अवसाद एक सामान्य मानसिक बीमारी है। यदि व्यक्ति 14 दिन या उससे अधिक समय तक उदासी से घिरा रहता है, उसकी उन गतिविधियों में रुचि नहीं रहती जिनसे वह सामान्य तौर पर आनन्द का अनुभव करता था, तो यह स्थिति अवसाद या डिप्रेशन की है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक इसके अलावा, अवसाद वाले लोगों में आमतौर पर निम्नलिखित में से कई लक्षण हो सकते हैं: आंतरिक ऊर्जा का ह्रास; भूख में बदलाव; अधिक या कम सोना; चिंता, कम एकाग्रता; अनिश्चितता; बेचैनी; बेकारता, अपराध, या निराशा की भावनाएं; और आत्म-हानि या आत्महत्या के विचार।
अवसाद से मधुमेह और हृदय रोग जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता है और इसके पलट यह भी उतना ही सच है कि मधुमेह और हृदय रोग जैसी बीमारियों से पीड़ितों में अवसाद का उच्च जोखिम होता है।
यू.एस. के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज और डायजेस्टिव और किडनी रोग एनआईएच में निदेशक डॉ. ग्रिफिन रोजर्स के मुताबिक यदि आपको मधुमेह है, तो आप अवसाद के लिए उच्च जोखिम पर हैं?
शोधकर्ता शरीर और मस्तिष्क पर मधुमेह के प्रभाव (Effects of diabetes on body and brain) को भी देख रहे हैं।
डॉ. ग्रिफिन रोजर्स के मुताबिक यदि आप में या मधुमेह से
अवसाद का इलाज मधुमेह वाले लोगों को उनके ब्लड शुगर को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए दोनों स्थितियों का प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है। हालाँकि अवसाद से उबरने में समय लगता है, लेकिन अवसाद के उपचार (Treatment of depression) कई उपलब्ध हैं। आपके लिए सबसे अच्छे उपचार के विषय में अपने डॉक्टर से बात करें।
( नोट - यह समाचार किसी भी हालत में चिकित्सकीय परामर्श नहीं है। यह समाचारों में उपलब्ध सामग्री के अध्ययन के आधार पर जागरूकता के उद्देश्य से तैयार की गई रिपोर्ट मात्र है। आप इस समाचार के आधार पर कोई निर्णय कतई नहीं ले सकते। स्वयं डॉक्टर न बनें किसी योग्य चिकित्सक से सलाह लें।)
Caution If you have diabetes, you are at higher risk of depression
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