Hastakshep.com-Videos-NCERT किताबों में बदलाव,संविधान का Preamble,मल्लिकार्जुन खड़गे,संविधान के सिद्धांत,RSS BJP विवाद,NCERT पाठ्यक्रम,Preamble हटाने का असर,संविधान और लोकतंत्र,भारतीय राजनीति,शिक्षा में बदलाव,BJP और RSS,संविधान संशोधन,भारत की शिक्षा प्रणाली,मल्लिकार्जुन खड़गे बयान,संविधान की आत्मा,NCERT किताबों में Preamble

The preamble of the Constitution was removed from NCERT books: What is its impact

देखें इस वीडियो में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा उठाए गए गंभीर सवाल, जिनमें NCERT की किताबों से संविधान के Preamble को हटाए जाने पर चिंता जताई गई है। जानें क्यों खड़गे और अन्य नेता इसे संविधान और लोकतंत्र के सिद्धांतों पर हमला मानते हैं, और RSS-BJP के पाठ्यक्रम में बदलाव पर उनके आरोप क्या हैं।

"NCERT की किताबों से संविधान के Preamble को हटाया गया है।

किताबों में अब तक संविधान का Preamble छपता आया है। Preamble हमारे संविधान की आत्मा है।

ये हमारे संविधान और लोकतंत्र के मूलभूत सिद्धांत, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे को दर्शाता है।

सभी इस बात से सहमत होंगे कि हमारे नागरिकों और भावी पीढ़ियों को स्वतंत्रता सेनानियों, संविधान निर्माताओं, संविधान के मूलभूत सिद्धांतों, मूल्यों और हमारे स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के बारे में जानना ही चाहिए।

BJP सरकार ने पराजय के बाद पहले आंबेडकर जी, गांधी जी की प्रतिमा को हटाया। फिर संविधान से छेड़छाड़ की, लेकिन ऐसे बदलाव जनता स्वीकार नहीं करेगी।

RSS-BJP अपनी सांप्रदायिक विचारधारा को देश पर थोपने के लिए पाठ्यक्रम के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। "

: कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे

"NCERT की किताबों से संविधान के Preamble को हटाया गया है।

किताबों में अब तक संविधान का Preamble छपता आया है। Preamble हमारे संविधान की आत्मा है।

ये हमारे संविधान और लोकतंत्र के मूलभूत सिद्धांत, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे को दर्शाता है।

सभी इस बात से सहमत होंगे कि हमारे नागरिकों और भावी पीढ़ियों को स्वतंत्रता सेनानियों,

संविधान निर्माताओं, संविधान के मूलभूत सिद्धांतों, मूल्यों और हमारे स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के बारे में जानना ही चाहिए।

BJP सरकार ने पराजय के बाद पहले आंबेडकर जी, गांधी जी की प्रतिमा को हटाया। फिर संविधान से छेड़छाड़ की, लेकिन ऐसे बदलाव जनता स्वीकार नहीं करेगी।

RSS-BJP अपनी सांप्रदायिक विचारधारा को देश पर थोपने के लिए पाठ्यक्रम के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। "

: कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे

श्री खड़गे ने ट्वीट किया –

“आज हमने NCERT की कुछ पाठ्यपुस्तकों से संविधान की प्रस्तावना (Preamble) को हटाने का बेहद अहम मामला उठाते हुए सरकार से स्पष्टीकरण मांगा।

पर नेता सदन और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा जी ने इसका संज्ञान लेने तक इंकार करते हुए पूरे मुद्दे को भटकाने का प्रयास किया। 

मोदी सरकार से हम 3 सवाल पूछना चाहते हैं -

1) विश्व के महान नायक, राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी और संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ अंबेडकर जी की प्रतिमाओं को संसद में विपक्ष से बिना सलाह-मशवरा  किए संसद के एक कोने में स्थानांतरित कर दिया गया, क्या ये संविधान की मूल भावना (Preamble) के विरुद्ध नहीं था?

2) क्या ये सच नहीं है कि BJP-RSS, जनसंघ और उनके राजनीतिक पुरखों ने भारत के संविधान और भारतीय तिरंगे का कड़ा विरोध किया, यहाँ तक की संविधान की प्रतियां जलाई, राम लीला मैदान में संविधान के ख़िलाफ़ रैली निकाली और कहा था कि भारत में संविधान नहीं बल्कि मनुस्मृति लागू होनी चाहिए थी?

 

3) क्या ये सही नहीं है कि 1951-52 के लोकसभा चुनावों में अखिल भारतीय राम राज्य परिषद, जिसे भाजपा अपना राजनीतिक पूर्वज मानती है, उसने बाबासाहेब डॉ अंबेडकर के खिलाफ अपना उम्मीदवार खड़ा किया था? अखिल भारतीय राम राज्य परिषद का विलय 1971 में जनसंघ में हो गया था। जनसंघ का ही नाम बदल कर बाद में बीजेपी किया गया। बाबासाहेब डॉ अंबेडकर के संबंध में भाजपा का पाखंड अब जगजाहिर है।

लोकसभा चुनाव 2024 में देश की 140 करोड़ जनता ने मोदी जी का 400 पार नारे के सपने को चकनाचूर किया तो बौखलाहट में मोदी सरकार बच्चों की पाठ्यपुस्तक के साथ छेड़छाड़ कर पिछले दरवाजे से संविधान के साथ छेड़छाड़ करने पर तुली हुई है।

यह इनका संविधान के लिये द्वेष और इनका असली चरित्र दिखाता है।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस किसी भी कीमत पर ऐसा नहीं होने देगी।”