कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा है कि गांधी की नीति अपनाने वालों का स्वागत है। लालू प्रसाद यादव ने नीतीश को फिर साथ आने का ऑफर दिया है, जबकि तेजस्वी यादव ने बिहार में नई सरकार का दावा किया है। जानें क्या हैं बिहार की राजनीति के नए समीकरण,,,
नई दिल्ली, 02 जनवरी 2025. भारत की राजनीति में गांधीवादी और गोडसेवादी विचारधाराओं की बहस एक बार फिर गरमा गई है। कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने बिहार की राजनीति में नए गठबंधन की संभावनाओं पर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि जो लोग गांधी की नीति पर चलना चाहते हैं, उनका कांग्रेस में स्वागत है।
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने लालू प्रसाद यादव के नीतीश कुमार को दिए गए ऑफर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस उन सभी का स्वागत करेगी जो गोडसेवादी विचारधारा को छोड़कर गांधी की नीति और संविधान में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा,
"हम गांधीवादी लोग हैं और संविधान में विश्वास करते हैं। जो लोग गोडसे की नीति छोड़कर गांधी के रास्ते पर चलना चाहते हैं, उनका स्वागत है।"
दरअसल राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार को एक बार फिर अपने खेमे में आने का न्योता दिया है। लालू ने कहा कि अगर नीतीश सामाजिक न्याय और एकता के लिए काम करने के लिए तैयार हैं, तो वे उनके साथ एक मजबूत गठबंधन बना सकते हैं।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नववर्ष पर बिहार में नई सरकार बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा,
"इस साल बिहार में पढ़ाई, दवाई, कमाई, सुनवाई और कार्रवाई पर ध्यान देने वाली एक नई सरकार बनेगी। यह सरकार जनता की होगी, जहां अफसरशाही नहीं, लोकतंत्र के असली मालिक जनता की सुनवाई होगी।"
तेजस्वी का यह बयान संकेत देता है कि बिहार की राजनीति में बड़े बदलाव संभव हैं।
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी गांधीवादी विचारधारा पर चलती है। उन्होंने कहा, सामाजिक न्याय, एकता, और आर्थिक तरक्की हमारी प्राथमिकता है। हम समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों की मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बिहार की राजनीति में नए समीकरण की संभावना
लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के बयान, कांग्रेस के गांधीवादी रुख, और नीतीश कुमार को दिए गए ऑफर के बीच बिहार में राजनीतिक समीकरण बदलने के संकेत हैं। अगर यह गठबंधन बनता है, तो यह राज्य में नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है।
Web Title: Those who follow Gandhi's policy instead of Godse are welcome: Shakeel Ahmed Khan