Hastakshep.com-समाचार-मोदी का भाषण दिल्ली चुनाव 2025,दलित और मुस्लिम वोट बैंक का असर,भाजपा के खिलाफ कांग्रेस की यूपी में रणनीति,यूपी में सपा-बसपा की राजनीति और भाजपा और क्षेत्रीय दलों का गठबंधन,वक़्फ़ संशोधन बिल 2025 और यूनिफॉर्म सिविल कोड पर भाजपा की नीति,

दलित और मुस्लिम वोट बैंक का कांग्रेस की ओर झुकाव भाजपा के लिए खतरा!

शाहनवाज़ आलम का दावा – यूपी में भाजपा की हार की उलटी गिनती शुरू!

मोदी सरकार का पूजा स्थल अधिनियम, वक़्फ़ बिल और UCC पर क्या रुख?

क्या क्षेत्रीय दलों का हश्र भी आम आदमी पार्टी जैसा होगा?

कांग्रेस नेता शाहनवाज़ आलम ने पीएम मोदी के भाषण पर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि मोदी सरकार दलित और मुस्लिम वोट बैंक को कांग्रेस की ओर जाने से रोकने के लिए क्षेत्रीय दलों को मजबूत बनाए रखना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा तब तक सत्ता में बनी रह सकती है जब तक दलित और मुस्लिम वोट बैंक बंटा हुआ है।

🚨क्या यूपी में भाजपा के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है?

🚨क्या कांग्रेस के साथ आते ही दलित-मुस्लिम गठजोड़ भाजपा को 1989 के दौर में पहुंचा देगा?

🚨क्या सपा-बसपा की राजनीति में बदलाव आएगा?

लखनऊ, 10 फरवरी 2025. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने कहा है कि दिल्ली चुनाव में भाजपा की जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए भाषण को उत्तर प्रदेश के दलितों और मुसलमानों को गौर से सुनना चाहिए. इस भाषण में मोदी ने इन दोनों के क्षेत्रीय पार्टियों में बंटे होने को ही भाजपा की जीत की वजह होना स्वीकार किया है.

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में सपा के वोट बैंक समझे जाने वाले मुसलमानों और बसपा के वोट बैंक समझे जाने वाले दलितों को अपने पाले में करना चाहती है. जिससे सपा और बसपा को सावधान रहना चाहिए.

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मोदी ने सपा और बसपा को यह नसीहत इसलिए दी कि उन्हें पता है कि इन दोनों वोट बैंकों के सपा और बसपा में बंटे रहने तक ही भाजपा का अस्तित्व बचा हुआ है. जैसे ही 21 प्रतिशत आबादी वाले दलित और 20 प्रतिशत आबादी वाले मुस्लिम कांग्रेस के

साथ आ जाएंगे वैसे ही भाजपा 1989 के पहले वाली हैसियत में पहुँच जाएगी जब लोकसभा में उसके सिर्फ़ दो सांसद हुआ करते थे. उन्होंने कहा कि सिर्फ़ दलितों और मुसलमानों का ही एक मुश्त वोट 41 प्रतिशत है जबकि भाजपा को 2022 में 41 प्रतिशत वोट मिला था. इन दोनों वोट बैंकों के दुबारा कांग्रेस की तरफ आने से ही मोदी जी डरकर क्षेत्रीय दलों को मजबूत बने रहने की नसीहत दे रहे हैं.

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मोदी का अपने भाषण में मुलायम सिंह यादव की तारीफ़ करना भी साबित करता है कि दिवंगत सपा संस्थापक भाजपा के लिए क्यों महत्वपूर्ण थे और क्यों उन्हें मरणोपरांत पद्म विभूषण दिया गया होगा. जबकि इसी सरकार ने उनके ही एक सहयोगी मुस्लिम नेता को मुर्गी चोरी के आरोप में सपरिवार जेल में रखा है.

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि पूरा उत्तर प्रदेश जानता है कि नोएडा प्राधिकरण घोटाले में भूमिका होने के बावजूद एक विपक्षी नेता को इस शर्त पर जेल नहीं भेजा गया कि वो भाजपा के इशारे पर कांग्रेस पर अनर्गल टीका टिप्पणी करते रहें. जिसका उदाहरण पिछले दिनों राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी के संभल के मुस्लिम पीड़ितों से मिलने जाने पर भी दिखा था.

उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में शामिल क्षेत्रीय दलों को पूजा स्थल अधिनियम, यूनिफॉर्म सिविल कोड और वक़्फ़ संशोधन बिल पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी नहीं तो उनका हश्र भी केजरीवाल जैसा होना तय है क्योंकि आम आदमी पार्टी भी इन मुद्दों पर अपना कोई स्टैंड नहीं रखती थी.

Will the fate of regional parties be like that of Aam Aadmi Party?