ARCHIVE SiteMap 2021-04-25
मार्क्स हों या अंबेडकर कोई भी निर्मम आलोचना से परे नहीं
जी हाँ! सिस्टम बिगड़ा तो है, पर उसे सुधारेगा कौन ?
कोरोना की दवा ‘विराफिन’ को मिली आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी
हिन्दुओं का जनशत्रु है मोदी, आरएसएस भारत का विध्वंसक है
ऑक्सीजन के अभाव में मौतें, यह खून किसके हाथों पर है ?
एक बड़ा वर्ग महामारी की राजनीति कर रहा है और व्यापार भी
तुम कुंभ और चुनावों का, यह मृत्यु-तांडव चलने देना/ सौगंध तुम्हें सत्ता मद की, लॉकडाउन नहीं लगने देना