रायपुर/19 मई 2020। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विकास तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी के बयान पर सवाल दागते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सवाल करते हुए कहा था कि कोरोना महामारी के समय जब लाखों मजदूर रोड में बेहाल चल रहे हैं, उनकी रोजी-रोटी छिन गयी है और हिंदूवादी राजनीति करने वाली आरएसएस इस कठिन समय मे कहां है, इसका जवाब आरएसएस से अपेक्षित था लेकिन अपना नंबर बढ़ाने और प्रदेश अध्यक्ष पद बचाने की जुगत में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने मोहन मरकाम के सवालों का जवाब देना मुनासिब समझा।
प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हर बार यह कहता है कि उसका कोई राजनीति से लेना देना नहीं है और ना भारतीय जनता पार्टी के कामों में वह दखलअंदाजी करती हैं, ना ही भारतीय जनता पार्टी को कोई आदेश देती है लेकिन जब सवाल सीधे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से था तो जवाब भारतीय जनता पार्टी के द्वारा दिया जाना इससे स्पष्ट हो जाता है कि आरएसएस और भाजपा सिक्के के दो पहलू हैं और आरएसएस भाजपा को चुनाव जिताने में मदद करती है और बदले में अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब भाजपा से ही दिलवाती है।
प्रवक्ता विकास तिवारी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से पूछा है कि क्या भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी के बयान को आरएसएस का अधिकारिक बयान माना जाए और अगर वह आरएसएस का आधिकारिक बयान नहीं है तो इस पर
प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के बयान से तिलमिला आरएसएस के लिए लाजमी था और कोरोना महामारी के समय बेरोजगार, मजलूम मजदूर जिनकी संख्या लाखों में है जो लगातार हजारो किलोमीटर पैदल ही अपने घर की ओर निकल गए हैं जिनमें से अधिकतर हिंदू समाज से हैं और हिंदू समाज और हिंदुत्व की राजनीति करने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मोदी सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों का दबे स्वर में समर्थन कर रही है और केवल चुनाव के समय भाजपा को जिताने के लिए हिंदू और हिंदुत्व की बात करती है
श्री तिवारी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के सवालों का जवाब आरएसएस को देना चाहिये ना की भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अथवा प्रवक्ता को और अगर भाजपा का जवाब आरएसएस का अधिकृत जवाब है तो आरएसएस के प्रवक्ताओं को भाजपा के पिछले 15 साल के घोटालों पर भी जवाब जनता के समक्ष देना चाहिये।