नई दिल्ली, 28 अक्तूबर 2019। गांधी जी पर दो विदेशी लेखकों की किताबों का विमोचन आगामी 31 अक्टूबर को गांधी शांति प्रतिष्ठान में होगा।
जेम्स डब्ल्यू. "जिम" डगलस (James W. "Jim" Douglass) एक अमेरिकी लेखक, कार्यकर्ता और ईसाई धर्मशास्त्री हैं। वह सांता क्लारा विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। उन्होंने और उनकी पत्नी, शेली डगलस ने, पोल्स्बो, वाशिंगटन में अहिंसक कार्रवाई के लिए ग्राउंड ज़ीरो सेंटर और बर्मिंघम, अलबामा में एक कैथोलिक वर्कर हाउस मैरीलैंड हाउस की स्थापना की। जेम्स डगलस की गांधी हत्या पर किताब “Gandhi and the Unspeakable: His Final Experiment with Truth” काफी चर्चित है।
गांधी को व्यापक रूप से बीसवीं शताब्दी के महान नैतिक पैगंबरों में से एक माना जाता है। रॉबर्ट एल्सबर्ग की पुस्तक लीड काइंडली लाइट : गांधी ऑन क्रिश्यनटी ! (Gandhi on Cristianity By Robert Ellsberg) यीशु और ईसाई धर्म के साथ गांधीजीका जुड़ाव पर केंद्रित है। एक आस्थावान सनातनी हिंदू के रूप में, गांधी जी ईसाई हठधर्मिता को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन यीशु में उन्होंने इतिहास और अहिंसा के महान पैगंबरों में से एक को पहचान लिया था।
31 अक्टूबर को दोनों किताबों
रॉबर्ट एल्सबर्ग महान गांधीवादी नारायण देसाई की बेटी डॉ. उमा गाडेकर, (जिनके खुद के पिता, महादेव देसाई, गांधी के वफादार सचिव थे, और जिनकी मृत्यु जेल में महात्मा की बांहों में हुई थी।) से मिले।
I had the thrilling experience of attending the launch of the Indian edition of my book (with a new title): “Lead, Kindly Light: Gandhi on Christianity,” in Surat, Gujarat, along with the Gujarati ed of Jim Douglass’ “Gandhi and the Unspeakable.” @OrbisBooks pic.twitter.com/NNnRpPIMJz
— Robert Ellsberg (@RobertEllsberg) October 26, 2019
Got to meet Dr Uma Gadekar, daughter of the great Gandhian apostle Narayan Desai—whose own father, Mahadev, was Gandhi’s faithful secretary, and who died in prison in the mahatma’s arms. pic.twitter.com/mWDqy1WUZw
— Robert Ellsberg (@RobertEllsberg) October 27, 2019