नई दिल्ली, 27 अप्रैल 2021. इस समय मौसम बदल रहा है और मौसमी समस्याएं लोगों को परेशान कर रही हैं, इनमें गले की समस्याएं प्रमुख हैं। आइए आज गले की समस्याओं के लिए सामान्य घरेलू उपचार की बात करते हैं और जानते हैं कि गले में खराश होने पर क्या करें और गले की सामान्य तकलीफ में क्या घरेलू नुस्खे अपनाए जाएं।
गुनगुने पानी में नमक मिला कर दिन में दो-तीन बार गरारे करें। गरारे करने के तुरन्त बाद कुछ ठंडा न लें। गुनगुना पानी पिएं (Drink lukewarm water) जिससे गले को आराम मिलेगा।
सोते समय एक ग्राम मुलहठी की छोटी सी गांठ मुख में रखकर कुछ देर चबाते रहे। फिर मुंह में रखकर सो जाए। सुबह तक गला साफ हो जायेगा। मुलहठी चूर्ण को पान के पत्ते में रखकर लिया जाय तो और भी अच्छा रहेगा। इससे सुबह गला खुलने के साथ-साथ गले का दर्द और सूजन भी दूर होती है।
कच्चा सुहागा आधा ग्राम मुंह में रखें और उसका रस चूसते रहें। दो तीन घण्टों मे ही गला बिलकुल साफ हो जाएगा।
रात को सोते समय सात काली मिर्च और उतने ही बताशे चबाकर सो जायें। बताशे न मिलें तो काली मिर्च व मिश्री मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूसते रहने से बैठा गला खुल जाता है।
जिन व्यक्तियों के गले में निरंतर खराश रहती है या जुकाम में एलर्जी के कारण
1 कप पानी में 4-5 कालीमिर्च एवं तुलसी की थोंडी सी पत्तियों को उबालकर काढ़ा बना लें और इस काढ़े को पी जाएं।
रात को सोते समय दूध और आधा पानी मिलाकर पिएं। गले में खराश होने पर गुनगुना पानी पिएं।
गुनगुने पानी में सिरका डालकर गरारे करने से भी गले के रोग दूर हो जाते हैं।
पालक के पत्तों को पीसकर इसकी पट्टी बनाकर गले में बांधें। इस पट्टी को 15-20 मिनट के बाद खोल दें। इससे भी आराम मिलता है।
काली मिर्च को 2 बादाम के साथ पीसकर सेवन करने से गले के रोग दूर हो जाते हैं।
पानी में 5 अंजीर को डालकर उबाल लें और इसे छानकर इस पानी को गर्म-गर्म सुबह और शाम को पीने से खराब गले में लाभ होता है।
गले में खराश होने पर सुबह-सुबह सौंफ चबाने से बंद गला खुल जाता है।
( नोट - यह समाचार किसी भी हालत में चिकित्सकीय परामर्श नहीं है। यह समाचारों में उपलब्ध सामग्री के अध्ययन के आधार पर जागरूकता के उद्देश्य से तैयार की गई अव्यावसायिक रिपोर्ट मात्र है। आप इस समाचार के आधार पर कोई निर्णय कतई नहीं ले सकते। स्वयं डॉक्टर न बनें किसी योग्य चिकित्सक से सलाह लें।)