नई दिल्ली, 24 मार्च 2020 : यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद की हेड डाइटिशियन श्रीमती भावना गर्ग (Mrs. Bhawna Garg, Head Dietician of Yashoda Super Specialty Hospital Kaushambi Ghaziabad) ने कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण के मद्देनजर अपनी खानपान एवं आहार में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखने के लिए बताया है।
भावना गर्ग कहती हैं कि कोरोनावायरस से बचाने के लिए कोई विशिष्ट भोजन की गारंटी नहीं है, इसलिए सामान्य स्वस्थ भोजन दिशानिर्देश अभी के लिए सबसे अच्छी सलाह हैं।
पर्याप्त तरल जैसे पानी, नारियल पानी, नींबू पानी सूप आदि लेकर खुद को हाइड्रेटेड रखें। संक्रमण से लड़ने के लिए आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों में विटामिन ए, बी, सी, डी, ई और आयरन, सेलेनियम और जिंक जैसे खनिज शामिल हैं, आता है। ऐसा हार्ले जिनमें यह खनिज प्रचुर मात्रा में हो। विटामिन ए के स्रोत (Sources of vitamin a) तैलीय मछली, अंडे की जर्दी, पनीर, टोफू, नट्स, साबुत अनाज हैं।
बीटा कैरोटीन का स्रोत (Source of beta carotene) हरी, पीली और नारंगी सब्जियां हैं।
विटामिन बी के स्रोत (Sources of vitamin b) अनाज, फलियां, हरी पत्तेदार सब्जियां फल और नट्स हैं। विटामिन सी और ई कोशिका को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करता है।
विटामिन सी के स्रोत (Sources of vitamin c): संतरे, नींबू, जामुन, कीवी, टमाटर, शिमला मिर्च और ब्रोकोली।
विटामिन ई के स्रोत (sources of Vitamin E): नट्स और हरी सब्जियां और सब्जियों के तेल।
विटामिन डी: कुछ मिनटों के लिए सूरज के संपर्क में आयरन, जिंक और सेलेनियम प्रतिरक्षा सेल के विकास के लिए आवश्यक है जो मांस चिकन, मछली, फलियां वाले अनाज में पाया जाता है ।
उन्होंने कहा कि मांसाहार का उपयोग अच्छी तरह से पका
संक्रमण से लड़ने के लिए एक पूर्ण संतुलित आहार का पालन करना चाहिए। अपनी सकारात्मक ऊर्जा को बहाल करने के लिए शांत रहने और ध्यान करने की कोशिश करें।
उन्होंने एक बात पर जोर देते हुए कहा कि ऐसे लोग जो किसी बीमारी से ग्रस्त हों और किसी चिकित्सक की देखरेख में उनकी दवा चल रही हो, वह उनसे पूछ कर के ही अपनी खानपान एवं आहार में परिवर्तन करें, क्योंकि अगर ऐसा कोई मरीज है जिसमें पहले से ही किसी खनिज की मात्रा ज्यादा है और अगर वह आहार के माध्यम से उस मिनरल या विटामिन को और लेता है तो उसे परेशानी बढ़ सकती है।