यह जानकारी देते हुए “साहित्यिक कलरव” के संयोजक डॉ. अशोक विष्णु व डॉ. कविता अरोरा ने बताया कि ”साहित्यिक कलरव के नन्हें पौधे ने जड़ पकड़ ली है। इसकी देख-रेख के लिये देश के महान साहित्यकार अपने सुमधुर गीतों के जल से लगातार सींच रहे है। जहाँ बुद्धिनाथ मिश्र जी ने लाड़ से रोपा वही साहित्यिक कलरव के संरक्षक सुभाष वसिष्ठ जी गंभीरता से देख भाल कर रहे हैं। सुरेन्द्र शर्मा जी ने इसे अपनी उर्जा दी और अब बादलों की झमाझम से इसे हरा भरा करने आ रहे हैं दिनेश प्रभात जी...”
डॉ. कविता अरोरा ने बताया कि झीलों की नगरी भोपाल के सुप्रसिद्ध गीतकार दिनेश प्रभात सम्मानित पत्रिका गीत गागर के संपादक हैं। देश के अग्रणी गीतकार मंच के सशक्त हस्ताक्षर कुशल संचालक एवं उद्घोषक दिनेश जी का मंच और साहित्य में अनूठा संतुलन है। आपका गीत ग़ज़ल पर समान अधिकार है। आपके विषय में स्व. गोपालदास नीरज जी ने कहा है - झमाझम बारिश में नामक कृति में रस की जो वर्षा हो रही है और अनोखे शिल्प विधान की ठंडी ठंडी जो पुरवाई बह रही है और धरती से जो सौधी सौंधी सुगन्ध जन्म ले रही है वह हर किसी मन प्राण को रससिक्त करेगी ऐसा मेरा विश्वास है...
तो इस रविवार दिनेश प्रभात को सुनना न भूलें – निम्न लिंक पर