जिनेवा, 7 जनवरी 2022. विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. ट्रेडोस एडनॉम घेबियस (Dr. Tredos Adhanom Ghebreyesus, Director General of the World Health Organization WHO) ने कहा है कि ओमिक्रॉन डेल्टा की तुलना में कम गंभीर प्रतीत होता है और विशेष रूप से टीकाकरण वाले लोगों में यह कम गंभीर है, मगर इसका मतलब यह नहीं है कि इसे पिछले वैरिएंट की तरह ही माइल्ड (हल्का) के तौर पर मान लेना चाहिए।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने चेताते हुए कहा कि ओमिक्रॉन की वजह से लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं और उनकी जान भी ले रहा है।
डॉ. ट्रेडोस एडनॉम ने जोर देते हुए कहा कि वास्तव में, मामलों की सुनामी इतनी बड़ी और तेज है, कि यह दुनिया भर में स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी पड़ रही है।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने आगे कहा कि पहली पीढ़ी के टीके सभी संक्रमणों और संचरण को रोक नहीं सकते हैं, लेकिन वे अस्पताल में भर्ती होने और इस वायरस से होने वाली मृत्यु को कम करने में अत्यधिक प्रभावी रहते हैं।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण के साथ-साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य सामाजिक उपाय, जिसमें अच्छी तरह से फिटिंग वाले मास्क पहनना, दूरी बनाना, भीड़ से बचना और वेंटिलेशन में सुधार करना आदि शामिल है, वायरस को सीमित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
वैक्सीन रोलआउट की वर्तमान गति से, 109 देश जुलाई 2022 की शुरूआत तक अपनी 70 प्रतिशत आबादी का पूरी तरह से टीकाकरण करने से चूक जाएंगे।
पिछले हफ्ते, महामारी में अब तक सबसे अधिक कोविड -19 मामले सामने आए।
उन्होंने आगे कहा कि हम निश्चित रूप से जानते हैं कि यह मामलों का एक कम आंकलन है।
अपने नवीनतम अपडेट में, यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (center for systems science and engineering (csse) at johns hopkins university covid data) ने गुरुवार सुबह खुलासा किया कि वर्तमान वैश्विक मामले और मरने वालों की संख्या क्रमश: 297,504,250 और 5,464,532 है, जबकि दिए गए टीके की कुल संख्या बढ़कर 9,279,347,173 हो गई है।
सीएसएसई के अनुसार, दुनिया के सबसे अधिक मामलों और मौतों (क्रमश: 57,649,131 और 832,061) के साथ अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है। मामलों के बारे में बात करें तो दूसरा सबसे प्रभावित देश भारत (35,018,358 संक्रमण और 482,551 मौतें) है। इसके बाद ब्राजील (22,328,252 संक्रमण और 619,654 मौतें) तीसरे नंबर पर हैं।