Hastakshep.com-देश-एनीमिया-eniimiyaa-पौष्टिक आहार-paussttik-aahaar

महिलाओं में एनीमिया से बचाव के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम एवं जन संवाद का हुआ आयोजन

गाजियाबाद, 01 दिसंबर 2022. फोग्सी ( The Federation of Obstetric and Gynaecological Societies of India) द्वारा संचालित नारी स्वास्थ्य जन आंदोलन यात्रा एनीमिया नेशनल राइड (Anemia National Ride) के ग़ाज़ियाबाद पहुंचने पर बुधवार को गाजियाबाद के ट्रांस हिंडन इलाके में महिलाओं में अनीमिया से बचाव के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम एवं जन संवाद का आयोजन कौशाम्बी स्थित रैडिसन ब्लू टावर में किया गया। 

कार्यक्रम का शुभारम्भ आईएएस संतोष कुमार यादव, संयुक्त सचिव- स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग, भारत सरकार ने दीप जला कर किया। 

इस अवसर पर इंडियन मेडिकल एसोशिएशन के नेशनल प्रेसिडेंट डॉ हृषिकेश डी पाई, गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भावतोष शंखधर, यशोदा हॉस्पिटल कौशांबी की निदेशिका डॉ उपासना अरोड़ा, डॉ जे बी शर्मा, प्रोफेसर एम्स विशिष्ट अतिथि थे।

फोग्सी के नॉर्थ ज़ोन की वाइस प्रेसिडेंट डॉ यशोधरा प्रदीप एव्ं डॉ अल्का पाण्डेय के साथ साथ डॉ प्रियाँकुर राय चेयरपर्सन फोग्सी अवेयरनेस कमिटी एवं डॉ आशीष मुखोपाध्याय, कोलकाता ने पैनल डिस्कशन में अध्यक्षता की।       

श्री संतोष कुमार ने कहा कि वह इस यात्रा से प्रेरित हो कर स्कूलों में भी अनीमिया जांच अभियान की शुरुआत करना चाहते हैं और यह एक बहुत ही सराहनीय प्रयास है। 

महिलाओं को भोजन में दही क्यों शामिल करना चाहिए? महिला के लिए दही के लाभ व नुकसान

पैनल डिस्कशन एवं जागरूकता कार्यक्रम के दौरान डॉक्टरों ने महिलाओं में अनीमिया से बचाव के लिए चर्चा करते हुए बताया कि खाने के साथ दही लेने से शरीर में आयरन का एब्ज़ोर्प्शन कम हो जाता है। भारत में खाने में अनाजों एवं चावल का प्रयोग बहुतायात में होता है और

यह भी शरीर में आयरन के कम एब्ज़ोर्प्शन की एक बड़ी वजह है। 

आगे चर्चा करते हुए डॉक्टरों ने कहा कि हरी सब्जियों को ज्यादा भूनने, तलने से भी उनके अंदर मौजूद आयरन ख़त्म हो जाता है।

डॉक्टरों ने कहा कि चाय एवं कॉफ़ी के ज्यादा सेवन से आयरन का शरीर में 20% तक कम एब्ज़ोर्प्शन होता है और ऐसी बहुत ही सामान्य जानकारी से आयरन के क्षय को रोका जा सकता है।

बच्चों में आयरन कम क्यों पाया जाता है?

डॉक्टरों ने बताया कि कैल्शियम एवं आयरन की गोली साथ-साथ खिलने से भी आयरन का शरीर में 20 %  तक कम एब्ज़ोर्प्शन होता है। बच्चों को हम सबसे पौष्टिक आहार समझ दूध खूब पिलाते हैं जिसकी वजह से भी बच्चों में आयरन कम पाया जाता है क्योंकि दूध में आयरन मौजूद नहीं होता और ऐसे में बच्चों को एनीमिया का सामना करना पड़ता है।

 डॉक्टरों ने महिलाओं को आयरन युक्त पौष्टिक खाना जैसे हरी सब्जियां, मेवे, आयरन फोर्टिफाइड फ़ूड,  लौकी, ब्रोकली, गाजर और चुकंदर जैसी चीजों को खाने पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि यदि महिलाओं को अधिक खून की कमी होती है तो उन्हें गोलियों के रूप में आयरन लेने की जरूरत होती है।

कार्यक्रम में डॉ शारदा जैन, खोड़ा मकनपुर ऑब्स एन्ड गायनी सोसाइटी क़ी डॉक्टरों एवं ट्रांस हिंडन गयानी फोरम की स्त्री रोग विशेषज्ञों डॉ  गुंजन गुप्ता, डॉ सोमना गोयल, डॉ दीपा, डॉ शालिनी अग्रवाल, डॉ गरिमा त्यागी, डॉ वंदना जैन को अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।

Eminent doctors advised to prevent anemia in women