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इतिहास में सत्य और न्याय के लिए कुर्बानियां दी जाती रहीं हैं, आगे भी दी जाती रहेंगी...

भागलपुर। पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के खिलाफ भागलपुर स्टेशन चौक पर साझा प्रतिवाद-प्रर्दशन व सभा का आयोजन किया गया।

प्रतिवाद प्रदर्शन में भारी तादाद में बुद्धिजीवियों, छात्र - नौजवानों व समाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।

इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि गौरी लंकेश की हत्या नरेन्द्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे और एम एम कलबुर्गी की हत्याओं की अगली कड़ी है।

वक्ताओं ने कहा नफरत और हिंसा की ताकतें हमलावर हैं, वो सच बोलने व लिखने वालों पर अधिकतम हमला बोल रही हैं, लगातार हत्या कर रहे हैं।

वक्ताओं ने कहा प्रतिक्रियावादी शक्तियाँ आज उग्र और हमलावर हैं.विद्यालय-विश्वविद्यालय से लेकर सभी क्षेत्रों में वे प्रगतिशील मूल्यों और विचारों पर लगातार हमले कर रहीं हैं। कोई भी तर्कपूर्ण बात, विज्ञान-सम्मत चेतना उनके बर्दाश्त के बाहर है, वे समाज में आतंक का वातावरण बना देना चाहते हैं ताकि कोई प्रतिरोध में बोलने और खड़ा होने की कोशिश न करे।

उन्होंने कहा कि गौरी लंकेश की हत्या लोकतंत्र की हत्या है। सच बोलने-लिखने की चेतना व भावना को कुचलकर ठंडा कर देने की अधिकतम कोशिश है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।

गौरी लंकेश साम्प्रदायिकता के खिलाफ मुखर थी, आदिवासियों के अधिकारों को लेकर सक्रिय थी। यह लम्बे समय से नफरत व हिंसा की प्रतिगामी ताकतों की आंखों में चुभ रहीं थी, जिसकी अंततः परिणति उनकी हत्या में हुई।

वक्ताओं ने कहा कि हत्यारे अभी पकड़े नहीं गये हैं लेकिन हत्या के बाद जश्न मनाने वाले साफ-साफ दिख रहे हैं, ऐसे हत्यारों व हत्या के बाद जश्न मनाने वालों का मनोबल बढ़ाने वाली राजनीतिक ताकत साफ-साफ दिखाई पड़ रही हैं।

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ट्विटर पर गौरी लंकेश को कुतिया करार देने व हत्या के विरोध करनेवालों को कुत्ते का पिल्ला कहने वाले व्यक्ति को हमारे महान लोकतंत्र के सर्वोच्च सत्ता के प्रतीक प्रधानमंत्री फॉलो करते हैं, यह शर्मनाक है और खतरनाक भी है।

वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हम ख़तरनाक समय में रह रहे हैं और इन प्रतिक्रियादी ताकतों का सामना हमें एकजुट होकर करना ही पड़ेगा।

.... इतिहास में सत्य और न्याय के लिए कुर्बानियां दी जाती रहीं हैं, आगे भी दी जाती रहेंगी... गौरी लंकेश की कुर्बानी जाया नहीं जाएगी।

इस मौके पर डॉ योगेन्द्र, डॉ उदय मिश्रा, रिंकु यादव, मनोज, आदित्य कमल, अंजनी, राहुल, गौतम कुमार प्रीतम, ललन, मनस्विन, मानस, अर्जुन शर्मा, गंगेश, संजीव, अमित, रत्नाकर, राजेश, सोनम, सार्थक भरत, प्रवीण, असीम सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।

प्रदर्शन में संगठन के बतौर न्याय मंच, परिधि, सोशलिस्ट पार्टी, छात्र संगठन पीएसओ ने भाग लिया।

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