नई दिल्ली, 07 जुलाई 2020. ग्लोबल एनर्जी मॉनिटर (global energy monitor) द्वारा आज जारी की गई एक नई रिपोर्ट Gas Bubble में, अधिक परिवर्तन, कम गैस की कीमतों, महामारी संबंधी व्यवधानों और जलवायु परिवर्तन की चिंताओं के आधार पर बढ़ते राजनीतिक विरोध के संयोजन के कारण, एलएनजी टर्मिनलों के ग्लोबल फॉसिल इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रैकर (जीईएम/GEM) के 2019 सर्वेक्षण के बाद से, तरलीकृत प्राकृतिक गैस -Liquefied natural gas (एलएनजी/LNG) टर्मिनलों के लिए एक अत्यधिक परिवर्तित परिदृश्य का पता चलता है।
ग्लोबल एनर्जी मॉनिटर जीवाश्म परियोजनाओं और ऊर्जा विकल्पों पर जानकारी विकसित करने वाले शोधकर्ताओं का एक नेटवर्क है। जीईएम/GEM के डेटाबेस का उपयोग ब्लूमबर्ग टर्मिनलों, विश्व बैंक, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी और अन्य संगठनों द्वारा किया जाता है। वर्तमान परियोजनाओं में ग्लोबल फॉसिल इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रैकर, ग्लोबल कोल प्लांट ट्रैकर और ग्लोबल कोल फाइनेंस ट्रैकर शामिल हैं।
ग्लोबल एनर्जी मॉनीटर के अनुसंधान विश्लेषक ग्रीग ऐटकेन ने कहा,
"एलएनजी/LNG को कभी निवेशकों के लिए सुरक्षित माना जाता था। यह न केवल एक जलवायु-अनुकूल ईंधन माना जाता था, बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त सरकारी समर्थन था कि ये मेगा-परियोजनाएं - जिनमें अब तक की सबसे बड़ी पूंजी क्षेत्र की कुछ परियोजनाएं शामिल हैं - को उन सभी अरबों रुपयों के साथ पूरा करने के लिए तैयार किया जाए जिनकी उन्हें जरूरत हो। अचानक, उद्योग समस्याओं से घिर गया है।”
जीईएम/GEM के कार्यकारी निदेशक टेड नेस ने कहा,
"बर्कशायर हैथवे जैसा स्मार्ट पैसा एलएनजी/LNG से वापस खींच रहा है। एलएनजी/LNG की समस्यायें महामारी के अंत के साथ जादुई रूप से गायब नहीं हो जायेंगी। बिजली क्षेत्र में, मॉडलिंग से पता चलता है कि रिन्यूएबल पैकेज पहले से ही दक्षिण कोरिया में आयातित गैस से आगे हैं। साल दर साल रिन्यूएबल्स अधिक प्रतिस्पर्धी हो जाते हैं।"
एलएनजी/LNG बुनियादी ढांचे का जीईएम/GEM द्वारा सर्वेक्षण ग्लोबल फॉसिल इन्फ्रास्ट्रक्चर ट्रैकर (जीएफआईटी/GFIT) पर आधारित है, जो ग्लोबल एनर्जी (वैश्विक ऊर्जा) मॉनिटर द्वारा विकसित तेल और गैस सुविधाओं की एक परियोजना-दर-परियोजना जनगणना है। जीएफआईटी/GFIT ग्लोबल कोल प्लांट ट्रैकर (जीसीपीटी/GCPT) के समान पद्धति का उपयोग करता है, जो कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों की एक द्वैमासिक जनगणना है, जिसका उपयोग ब्लूमबर्ग टर्मिनलों और यूबीएस रिसर्च द्वारा लाइसेंस प्राप्त है और इसका उपयोग IEA/आईईए, वर्ल्ड बैंक, ओईसीडी/OECD, संयुक्त राष्ट्र डेवलपमेंट प्रोग्राम, दी इकोनॉमिस्ट और कई अन्य करते हैं।