नई दिल्ली, 17 अप्रैल 2020. उत्तर प्रदेश के मेरठ मंडल के छह जिलों में लगभग 20,000 प्रवासियों की पहचान की गई है जिनमें से कुल 600 प्रवासियों द्वारा विदेश यात्रा की जानकारी मिली है।
एक सरकारी सूचना के मुताबिक देश भर में जिला प्रशासन और ग्राम पंचायतें ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड -19 महामारी के प्रसार की रोकथाम के लिए विभिन्न उपाय कर रही हैं। पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार (Ministry of Panchayati Raj, Government of India,) राज्य सरकारों, जिला अधिकारियों और ग्राम पंचायतों के साथ निरंतर संपर्क में है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लॉकडाउन की शर्तों का उल्लंघन नहीं किया जा रहा है (to ensure that lockdown conditions are not violated) और सामाजिक दूरी बनाये रखने के नियमों का निष्ठापूर्वक पालन (norms of social distancing in Hindi) किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में पंचायत स्तर पर विभिन्न पहल की जा रही हैं, जिन्हें अन्य, सर्वोत्तम प्रथाओं के उदाहरण के रूप में अपना सकते हैं। इनमें से कुछ निम्न हैं –
सिद्धार्थनगर जिले में एक डाककर्मी ग्रामीणों को माइक्रो एटीएम के माध्यम से नकदी प्रदान करने में मदद कर रहा है।
मेरठ मंडल के सभी 6 जिलों में लगभग 20,000 प्रवासियों की पहचान की गई है। कुल 600 प्रवासियों द्वारा विदेश यात्रा की जानकारी मिली है।
कुल 700 क्वारंटाइन केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है, जिनमे 6600 लोगों को रखा गया हैं।
ग्राम प्रधान / सचिव द्वारा भोजन और रहने की उचित सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं।
इस कठिन समय में सभी निराश्रित परिवारों को राहत के रूप में 1000 रुपये प्रदान किए जा रहे हैं।
प्रवासियों और कमज़ोर/गरीबों को राशन / पका हुआ भोजन दैनिक आधार पर वितरित किया जा रहा है।
सभी 2820 सफ़ाई कर्मचारिओं को मास्क, सैनिटाइज़र / साबुन,
संवेदनशील क्षेत्रों में सोडियम हाइपोक्लोराइड और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करके स्वच्छता का काम नियमित रूप से किया जा रहा है।