लखनऊ, 16 मई। भाकपा (माले) ने कहा है कि हापुड़ गैंगरेप (Hapur gangrepe) व एसिड अटैक (acid attack) की घटना योगी सरकार (Yogi Sarkar) में जहां ध्वस्त कानून व्यवस्था (demolished law and order) का प्रमाण है, वहीं रायबरेली (Rae Bareli) में जिला पंचायत अध्यक्ष (district panchayat president) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (no confidence motion) मामले में मंगलवार को हुई हिंसा भाजपा प्रायोजित है।
बुधवार को यहां जारी बयान में पार्टी के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि हापुड़ प्रकरण में यदि प्रशासन ने पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई की होती, तो हमलावरों का मनोबल नहीं बढ़ता और महिला पर तेजाब से हमला न होता। यह दुखद है कि यूपी की पुलिस और प्रशासन महिला की शिकायत पर सोता रहा और दिल्ली की महिला आयोग के हस्तक्षेप के बाद ही उसकी नींद तब टूटी, जब पीड़िता की जान पर बन आयी। उन्होंने चुनाव आयोग से भी प्रकरण को संज्ञान में लेने और पीड़िता को न्याय दिलाने की अपील की।
माले नेता ने कहा कि रायबरेली में कल हुई हिंसा सत्ता संरक्षित और लोकतंत्र पर हमला है। इसकी उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी की जानी चाहिए।