Hastakshep.com-स्वास्थ्य-सबड्यूरल हेमेटोमा हिंदी में-Subdural hematoma in Hindi,

सद्गुरु के बारे में खबरें | सबड्यूरल हेमेटोमा हिंदी में

नई दिल्ली, 22 मार्च 2024. आध्यात्मिक गुरु और ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव की हाल ही में मस्तिष्क की सर्जरी (Sadhguru Jaggi Vasudev's recent brain surgery) हुई है। सद्गुरु के दिमाग में सूजन और ब्लीडिंग हो रही थी, जिसकी वजह से वह 4 हफ्ते से सिर दर्द से परेशान थे।

क्रैनियोफेशियल सर्जन डॉ अनुज कुमार ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर बताया है कि सद्गुरु जग्गी वासुदेव को क्या बीमारी थी { Chronic SDH ( Subdural hematoma in Hindi )} जिससे वह रिकवर हो रहे हैं।

Chronic SDH ( Subdural hematoma ) के बारे में जानिए

डॉ अनुज कुमार ने लिखा,

“आप सभी लोगों ने हाल में ही ये खबर सुनी होगी की श्री सदगुरु जी गंभीर रूप से बीमार हो गये और उनकी एक आकस्मिक ब्रेन सर्जरी की गई।

श्री सदगुरु जी को Chronic SDH ( Subdural hematoma ) नाम की बीमारी हो गई थी।

हम सभी को इस बीमारी के बारे में अवश्य जानना चाहिये क्योंकि काफ़ी संख्या में लोग इससे ग्रसित होते हैं।

इस बीमारी में ब्रेन के अंदर खून जमा हो जाता है। और अगर इस खून के थक्के की वजह से मस्तिष्क पर दवाब पड़ने लगे तो कई बार डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं।

डॉ अनुज कुमार ने बताया कि कब रहे सावधान (risk zone)

“1) अगर आप मस्तिष्क में चोट के शिकार हुए हैं।

2) 65 वर्ष से अधिक उम्र में और छोटे बच्चों में

3) अगर आप किसी भी ऐसी दवा का सेवन करते हैं जो खून को पतला करता है जैसे की Aspirin और Clopidogrel इत्यादि।

4) अगर किसी भी ऐसी बीमारी से ग्रसित हैं जिसमें खून आसानी से नहीं रुकता जैसे की

hemophilia।

5) शराब का नियमित सेवन भी इसके ख़तरे को बढ़ाता है।

6) अगर उच्च रक्तचाप या लिवर की बीमारी से ग्रसित हैं

अगर इनमें से कुछ भी symptom है तो सावधान रहें और किसी न्यूरोलॉजिस्ट/ न्यूरोसर्जन से सलाह लें।”

डॉ अनुज कुमार ने बताया कि कब डॉक्टर की सलाह लें-

“1) अगर कई दिनों से लगातार सिर दर्द बना हुआ है।

2) सिर दर्द के साथ उल्टी, मिर्गी जैसा लक्षण, बोलने में दिक़्क़त, चलने में समस्या, देखने में किसी प्रकार की दिक़्क़त, हाथ या पैरों में कमजोरी जैसा लक्षण हो।“

डॉ अनुज कुमार ने बतायाहै कि क्या सावधानी बरतें

“अगर आप risk zone में हैं जैसा कि ऊपर लिखा है तो सर दर्द को कभी नज़रअंदाज़ ना करें।

अपने BP को हमेशा नियंत्रण में रखें।

अगर उच्च रक्तचाप है तो अपनी BP की दवाई को कभी अचानक ना छोड़ें।

कई बार लोग भ्रामक विज्ञापन या सोशल मीडिया पर फ़र्ज़ी पोस्ट देख कर वो सब नुस्ख़े आज़माने लगते हैं और दवाई लेना बंद कर देते हैं। ये गलती कभी ना करें।

 कई लोग छोटे बच्चों को गोद में लेकर उछालते हैं। ये क़तई ना करें और कोई करे तो उसे रोकें।“

सबड्यूरल हेमेटोमा का इलाज

डॉ अनुज कुमार ने बताया कि "इसका इलाज संभव है और ख़ास कर अगर शुरुआती लक्षण में ही पकड़ में आ जाये तो काफ़ी बेहतर उपचार हो जाता है।

 इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि खून के थक्के की वजह से मस्तिष्क पर कितना दवाब पर रहा है।

 उम्मीद है कि श्री सदगुरु जल्द ठीक होंगे और हम सभी लोग इस बीमारी को लेकर और जागरूक।“

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