जर्मनी का निरंकुश तानाशाहर एडोल्फ हिटलर (अडॉल्फ़ हिटलर - Adolf Hitler) जब 1930 के दशक में यहूदियों के खिलाफ बर्बर हो उठा, तो इसके विरोध में 17 साल के एक युवा यहूदी छात्र हेर्शेल ग्रिन्सपान ने सात नवंबर, 1938 को पेरिस में जर्मन राजनयिक एर्न्सट फॉम राथ की हत्या कर दी.
जर्मन दूतावास (German Embassy) में हुई यह घटना जर्मनी में यहूदियों के खिलाफ भावनाएं भड़काने के लिए काफी साबित हुईं, जिसके बाद नौ नवंबर को हाहाकार मच गया.
1933 में जर्मनी की सत्ता पर जब एडोल्फ हिटलर काबिज हुआ, तो वहां उसने एक नस्लवादी साम्राज्य की स्थापना की थी। उसके साम्राज्य में यहूदियों को सब-ह्यूमन करार दिया गया और उन्हें इंसानी नस्ल का हिस्सा नहीं माना गया।
यहूदियों के प्रति हिटलर की इस नफरत (Hitler's hatred against Jews) का नतीजा नरसंहार के रूप में सामने आया, यानी समूचे यहूदियों को जड़ से खत्म करने की सोची-समझी और योजनाबद्ध कोशिश।
होलोकास्ट (Holocaust) इतिहास का वो नरसंहार था, जिसमें छह साल में तकरीबन 60 लाख यहूदियों की हत्या कर दी गई थी। इनमें 15 लाख तो सिर्फ बच्चे थे।
इस दौरान कई यहूदी अपनी जान बचाकर देश छोड़कर भाग गए,तो कुछ कंसनट्रेशन कैंप्स में क्रूरता के चलते तिल-तिल मरे।
इस दौरान ऑशविच नाजी यंत्रणा कैंप यहूदियों का खात्मा करने की नाजियों की हत्यारी रणनीति का प्रतीक बन गया था।
संदीप राउज़ी