Hastakshep.com-देश-India's role in saving world peace-indias-role-in-saving-world-peace-Non-aligned world-non-aligned-world-world peace-world-peace-गुटनिरपेक्ष दुनिया-guttnirpekss-duniyaa-फिलिस्तीन के विभाजन का विरोध-philistiin-ke-vibhaajn-kaa-virodh-विश्वशांति-vishvshaanti

मध्य-पूर्व में विश्व व दुनिया को परमाणु युद्ध से बचाने में भारत का अहम भूमिका है India has an important role in saving the world and the Middle East from nuclear war

नई दिल्ली, 11 अक्तूबर 2019. भारत में नेशनल पैंथर्स पार्टी के प्रसिद्ध शांति अधिवक्ता एवं मुख्य संरक्षक प्रो. भीम सिंह ने गुटनिरपेक्ष देशों से जल्द से जल्द एक आपात बैठक बुलाने की अपील की, जिससे विश्व शांति को बचाने के लिए उचित पहल की जा सके, जिसे मध्य-पूर्व में तुर्की-सीरिया सीमा पर पैदा हुई स्थिति से खतरा बना हुआ है।

उन्होंने कहा कि दुख की बात है कि अमेरिकी राष्ट्रपति, श्री डोनाल्ड ट्रम्प पहले से ही तुर्की को दोहरे मतलब वाली और गणनात्मक चेतावनी जारी कर चुके हैं। तुर्की ने उस समय मुश्किल भूमिका अदा की थी, जब द्वितीय विश्व युद्ध से दुनिया को आपदा फैल गयी थी। उन्होंने कहा कि कुछ इजरायल समर्थक देशों द्वारा अरब देशों के निशाना बनाने के स्पष्ट इरादे से विशेष रूप से सीरिया को निशाना बनाने की वर्तमान स्थिति पर समझौता नहीं किया जा सकता। इजरायल 1948 में सुरक्षा परिषद के बहुमत वोट द्वारा बनाया गया था। भारत ने उस समय फिलिस्तीन के विभाजन का विरोध (Oppose partition of Palestine) किया था और गुटनिरपेक्ष दुनिया ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा फिलस्तीन के पुनर्गठन पर अत्यधिक स्वीकार्य रुख अपनाया था।

उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति, जिसे नाटो, अमेरिका और उसके सहयोगियों की तरफ से इजरायल का समर्थन करके हवा दी गयी है,  दुनिया को तृतीय विश्व युद्ध की तरफ ले जा सकती है। उन्होंने दुनिया के सभी गुटनिरपेक्ष देशों से अपील की कि वे मध्य-पूर्व में शांति को बचाने के लिए दुनिया में कहीं भी एक आपात बैठक बुलाएं। संयुक्त राष्ट्र द्वारा फिलिस्तीन को उसके सदस्य के रूप में मान्यता देना समय की जरूरत है। गुटनिरपेक्ष देश अतीत में शांति के लिए अहम भूमिका निभा

चुके हैं।

प्रो. भीम सिंह ने भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वे 12 अक्टूबर, 2019 को चीनी राष्ट्रपति श्री शीजिंपिंग साथ भारत में उनकी बैठक में इस मुद्दे को उठाएं। श्री मोदी को 1955 में जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में शांति के लिए भारत के उपायो के इतिहास पर नजर डाल सकते हैं। भारत विश्वशांति के लिए अपनी भूमिका अदा करे और मध्य-पूर्व में शांति सुनिश्चित करना जरूरी है। मध्य-पूर्व, विशेषरूप से फिलस्तीन में शांति सुनिश्चित करने के लिए अरब दुनिया का शामिल होना जरूरी है। भारत  गुटनिरपेक्ष देशों की बैठक में उत्तरदायी भूमिका अदा करे, जिससे विश्व को तृतीय विश्वयुद्ध से बचाया जा सके।

India's role in saving world peace