नई दिल्ली, 28 अप्रैल 2022. बच्चों के स्वास्थ्य विकास के लिए समुचित पोषण अति आवश्यक है। क्या आप जानते हैं कि बच्चों के विकास के लिए क्या करना चाहिए? बालक के शारीरिक विकास में पोषण का क्या महत्व है? बच्चों के लिए पौष्टिक आहार आवश्यक है, लेकिन अधिकांश मातापिता नहीं जानते कि सुबह बच्चों को क्या खिलाना चाहिए और शारीरिक विकास पर आहार एवं पोषण का क्या प्रभाव पड़ता है?
लगभग सभी बच्चे हरी सब्जियां, अंकुरित अनाज खाना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन उनकी अच्छी सेहत के लिए स्वस्थ आहार लेना बेहद जरूरी है, इसलिए उन्हें स्वास्थ्यप्रद भोजन इस तरह से परोसें कि देखने में यह अच्छा दिखे और वे खाने में दिलचस्पी लें।
देशबन्धु की एक पुरानी खबर के मुताबिक ऑनलाइन फिटनेस प्लेटफॉर्म जिमपिक (online fitness platform gympik) की पोषण व आहार विशेषज्ञ सुजेता शेट्टी (nutritionist and dietician sujeta shetty) और डॉक्टर इंस्टा (टेली-मेडिसिन प्लेटफॉर्म) की आहार विशेषज्ञ ने बच्चों के मन में स्वस्थ आहार के प्रति रुचि जगाने के संबंध में सुझाव दिए हैं-
बच्चे को चोकर सहित गेहूं के आटे की रोटी, दलिया, क्विन्वा या ब्राउन ब्रेड खिलाएं। चोकर या छिल्का युक्त अनाज विटामिन बी और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो आपके बच्चे का पेट भरने के साथ ही उनके पाचन को सुधारने में भी मददगार होते हैं। बच्चों को अंकुरित अनाज, सोयाबीन, चना भी खिलाएं।
B - प्रोटीन युक्त आहार
प्रोटीन ऊत्तकों का मरम्मत करने, हीमोग्लोबिन बनाने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने,
प्रोटीन के स्रोत : सी फूड, अंडे, लीन मीट, मुर्गी, फलियां, मटर, दूध, दाल, सोया आदि प्रोटीन के स्रोत होते हैं।
बच्चों के आहार में फल और सब्जियां शामिल करने में अक्सर मां को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अपने बच्चों को विभिन्न फलों को खाने के लिए प्रोत्साहित करें।
फलों का जूस न ही दें तो बेहतर, क्योंकि चोकर युक्त अनाज के फाइबर को ये शरीर से निकाल देते हैं और अगर जूस देना ही है तो बाजार में डिब्बाबंद जूस में ढेर सारा चीनी होता है, इसलिए घर पर बिना चीनी मिलाए जूस ही बच्चे को दें।
D - हरी सब्जियां
विभिन्न प्रकार की सब्जियां अपने बच्चों को खिलाएं। मटर, बीन्स, ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियां आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद हैं। ये विटामिन्स, मिनरल और आयरन से भरपूर होती हैं।
E कम वसा युक्त डेयरी उत्पाद (low fat dairy products)
- कम वसा युक्त डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही, पनीर आदि कैल्शियम का अच्छा स्रोत होते हैं, जो शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। बच्चों के लिए गाय और बकरी के दूध का सेवन ज्यादा लाभदायक होता है।
- एडेड शुगर बच्चों को पेय पदार्थों की आदत डालते हैं। प्रसंस्कृत भोजन, चॉकलेट्स, कैंडी, ब्राउन सुगर को सीमित मात्रा में ही बच्चों के आहार में शामिल करें, क्योंकि इससे उनके दांतों में कैविटी होने की आशंका होती है और आगे चलकर सिर दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
संतृप्त और ट्रांस फैट वाले भोज्य पादार्थ सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं, जैसे उच्च वसा वाले दूध, रेड मीट और मुर्गी आदि।
संतृप्त वसा युक्त आहार के बजाय विटामिन ई और आवश्यक फैटी एसिड युक्त सब्जियों, नट ऑयल और सी फूड का सेवन करें। स्वास्थ्यपरक फैट नट्स, ऑलिव और एवोकैडो में पाए जाते हैं।
- गर्मियों में बच्चों को खूब तरल पदार्थो का सेवन कराएं, ताकि उनका शरीर हाइड्रेट रहे। उनके आहार में दही, पुदीना, खरबूज, तरबूज और गुलकंद शामिल करें।