इस वक्त दुनिया में रोज 2 लाख से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। इनमें से 20% मरीज भारत में मिल रहे हैं। इस वक्त दुनिया के एक चौथाई मरीज सिर्फ अमेरिका में हैं। अमेरिका और ब्राजील में हर रोज आने वाले मामले स्थिर हो चुके हैं। लेकिन, भारत में इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे दुनिया में रोज मिलने वाले मरीजों में भारत की हिस्सेदारी और बढ़ने की आशंका है।
दुनिया भर में रोज मिल रहे मरीजों में भारत की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है। 15 मई तक दुनिया के 3.8% मरीज भारत में मिल रहे थे। एक जून तक ये हिस्सेदारी बढ़कर 7.3% हो गई। 15 जून तक दुनिया के 8.1% मरीज भारत में आने लगे। एक जुलाई तक ये हिस्सेदारी 10.8% तक पहुंच गई। 21 जुलाई तक दुनिया के 20% मरीज भारत में मिलने लगे।
नरेंद्र मोदी-आरएसएस हिन्दूधर्म के हिमायती हैं लेकिन हिन्दू धर्म की शिक्षा के लिए कोई भी विश्वविद्यालय नहीं खोला ।
नरेन्द्र मोदी सरकार ने विगत छह साल में भारतीय विश्वविद्यालय व्यवस्था को बुरी तरह क्षतिग्रस्त किया है। शोध, सेमीनार, विस्तार, विकास, लाइब्रेरी आदि के फंड में बड़े पैमाने पर कटौती करके विश्वविद्यालयों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त किया है। ये सारे प्रयास उनके राजनीतिक अधिनायकवाद और शिक्षा विरोधी नजरिए के साक्षात् प्रमाण हैं।
फेसबुक पर आए दिन वाम-कांग्रेस-चीन-राहुल गांधी को गरियाने में अहर्निश लगे बुद्धिजीवियों-लेखकों-प्रोफेसरों को यह सब नजर ही नहीं आता, वे चुप रहते हैं और इस तरह वे खुलेआम फासिज्म की गुलामी कर रहे हैं। फासिज्म की गुलामी को ये लोग लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कहते हैं। यह है फासिज्म का न्यू नॉर्मल.
भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य है सरकारी शिक्षा व्यवस्था का पूरी
कोरोना में फेक महान है। फेक के जरिए महानता हासिल करने की दिशा में कैसे काम चल रहा है इसका नमूना है यह खबर कि दिल्ली में हर चौथा आदमी कोरोना संक्रमित है और तेजी से लोग ठीक हो रहे हैं। अब बताओ केजरीवाल या मोदी महान हुए कि नहीं !
केजरीवाल और मोदी दोनों की कोरोना के सही आंकड़े बताने, एकत्रित करने में कोई रूचि नहीं है। दोनों नेता दिल्ली को लेकर सफेद झूठ बोल रहे हैं।
प्रोफेसर जगदीश्वर चतुर्वेदी की एफबी टिप्पणियों का समुच्चय