बीजेपी का गुलाम बन गया है चुनाव आयोग
चुनाव आयोग पर कांग्रेस का बड़ा हमला : चुनाव आयोग बना बिचौलिया। पवन खेड़ा, राजेश राम और कृष्णा अल्लावरु का संयुक्त प्रेस वार्ता में आरोप

चुनाव आयोग पर कांग्रेस का बड़ा हमला : चुनाव आयोग बना बिचौलिया
"लोकतंत्र की नींव को कमजोर करने की साजिश, चुनाव आयोग बना बिचौलिया"
पवन खेड़ा, राजेश राम और कृष्णा अल्लावरु का संयुक्त प्रेस वार्ता में आरोप
नई दिल्ली, 3 जुलाई 2025 (हस्तक्षेप न्यूज़ डेस्क)। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा है कि अगर चुनाव आयोग बिचौलिया बन गया है, तो वो BJP मुख्यालय जाकर बैठ जाए, हम वहीं जाकर बात करेंगे।
आज राजधानी दिल्ली के इंदिरा भवन, AICC मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश राम, AICC के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, और मीडिया एवं पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने संयुक्त रूप से चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर तीखा प्रहार किया।
प्रेस वार्ता में पवन खेड़ा ने कहा:
"हम सभी के पास वोट देने का एक संवैधानिक अधिकार है, लेकिन उस पर साजिशन हमला किया जा रहा है। चुनाव आयोग एक मोहरे की तरह काम कर रहा है। विपक्ष जब वोटर लिस्ट और मतदान की फुटेज मांगता है, तो महीनों तक कोई जवाब नहीं आता, लेकिन बिहार में एक महीने में नई वोटर लिस्ट तैयार की जा रही है।"
खेड़ा ने कहा कि जब कांग्रेस के अधिकृत प्रतिनिधि चुनाव आयोग से मिलने जाते हैं तो मुख्य चुनाव आयुक्त धमकी भरे लहजे में बात करते हैं और कहते हैं – "यह नया चुनाव आयोग है, नया नॉर्मल है", जहां वे तय करेंगे कि किस कांग्रेस नेता से मिलना है।
उन्होंने गंभीर आरोप लगाए :
- चुनाव आयोग पत्रकारों को मैसेज करके "प्लांटेड खबरें" चलवाता है, यह एक खतरनाक परंपरा है।
- वोटर लिस्ट और मतदान की फुटेज न देना, विपक्ष को जानबूझकर नजरअंदाज करना – लोकतंत्र के खिलाफ काम है।
- महाराष्ट्र में मतदान के बाद अचानक बढ़े वोटिंग प्रतिशत पर अब तक कोई जवाब नहीं दिया गया है।
खेड़ा ने तीखे लहजे में कहा:
"हमें लगा हम चुनाव आयोग जा रहे हैं, लेकिन लगा कि हम गलत पते पर पहुंच गए हैं। अगर चुनाव आयोग बिचौलिया बन गया है, तो वो BJP मुख्यालय जाकर बैठ जाए, हम वहीं जाकर बात करेंगे।"
कांग्रेस की स्पष्ट चेतावनी :
"चुनाव आयोग किसी पार्टी का बिचौलिया नहीं हो सकता। सभी को अपने संवैधानिक दायरे में रहकर काम करना होगा। सत्ता आती-जाती रहती है, लेकिन संस्थाओं की निष्पक्षता बनी रहनी चाहिए।"
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा :
"चुनाव आयोग से मिलने के दौरान साफ महसूस हुआ कि अब यह लड़ाई सिर्फ बिहार की नहीं रही। आयोग का आक्रामक रवैया बता रहा था कि मानो उन्होंने ठान लिया हो कि बिहार के 20% वोटरों से उनका अधिकार छीन लेना है।"
उन्होंने सवाल उठाया कि :
- केवल 19 दिनों में बिहार में विशेष पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) का काम कैसे संभव है?
- इतनी बड़ी प्रक्रिया में इतनी जल्दबाज़ी का फैसला किसने लिया?
राजेश राम ने कहा कि यह पूरा मामला दर्शाता है कि बिहार के लाखों वोटरों के साथ अन्याय हो रहा है और चुनाव आयोग निष्पक्ष संस्था नहीं रह गया है।
कांग्रेस पार्टी ने आज की प्रेस वार्ता में यह साफ कर दिया कि वह चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली और BJP के कथित प्रभाव को लेकर न सिर्फ चिंतित है, बल्कि पूरी ताक़त से इसका विरोध भी करेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि यह लड़ाई सिर्फ विपक्ष की नहीं, बल्कि हर भारतीय वोटर की है, जिसे अपने लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए खड़ा होना होगा।