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मोदी से बड़े नेता बनना चाहते हैं संगीत सोम
संगीत सोम पर लगे आरोपों से मचा राजनीतिक भूचाल,
सपा ने कहा कि यह है भाजपा का असली चेहरा
संगीत सोम पर हैं दंगा भडक़ाने से लेकर फर्जी डिग्री तक रखने के संगीन आरोप
संजय शर्मा
लखनऊ। दादरी में अखलाक की मौत के बाद गांव बिसाहड़ा में जाकर हिन्दुत्व की बात करने वाले और पशुओं को काटने वालों के खिलाफ उत्तेजनात्मक भाषण देने वाले विधायक संगीत सोम खुद भी 5000 जानवर रोज काटना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने अलदुआ कंपनी बनाई थी और स्लाटर हाऊस की अनुमति मांगी थी। इन आरोपों के बाद भाजपा बैक फुट पर आ गई है। उनके नेता अब यह समझ नहीं पा रहे कि इन आरोपों का वह क्या जवाब दें। समाजवादी पार्टी को लगता है कि उसे बैठे बिठाए एक बढिय़ा मुद्दा हाथ लग गया है। सपा ने कहा है कि भाजपा के नेताओं के दोहरे चरित्र हैं। एक तरफ तो वह पशु काटने को लेकर पूरे देश में साम्प्रदायिक तनाव फैलाना चाहते हैं तो दूसरी ओर खुद पशुओं के काटने के कारोबार से जुडऩा चाहते हैं। बिहार चुनाव से पहले इस खुलासे ने भाजपा के रणनीतिकारों को बैक फुट पर जाने को मजबूर कर दिया है।
समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान ने श्री सोम द्वारा स्लाटर हाऊस की अनुमति मांगे जाने के कागज सीएम अखिलेश यादव को भी दिखा दिए हैं। अलीगढ़ में करोड़ों रुपए की जमीन पर यह विशाल स्लाटर हाऊस खोलने की तैयारी चल रही थी। यह बात दीगर है कि जब सरकार ने संगीत सोम को यह स्लाटर हाऊस खोलने की अनुमति नहीं दी तो उन्होंने यह जमीन बेच दी।
संगीत सोम राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खिंयों में उस समय आए थे जब उन्होंने मुजफ्फरनगर दंगों में लोगों को भडक़ाने का काम किया था। उनके खिलाफ फर्जी वीडियो अपलोड

करने और दंगा भडक़ाने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज हुआ था। हालांकि बाद में एडवाइजरी बोर्ड के आदेश के बाद रासुका हटा ली गई थी, मगर उन्हें लंबा समय जेल में गुजारना पड़ा।
मुजफ्फरनगर दंगों के बाद वह खुद को हिन्दुओं का बड़ा नेता स्थापित करने में जुट गए। प्रदेश में जहां-जहां साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा हुई वहां-वहां संगीत सोम ने जाकर आग में घी डालने का काम किया। विगत दिनों वह दादरी के गांव बिसाहड़ा भी पहुंच गए जहां गाय मांस रखने के शक में अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। इस गांव में उन्होंने फिर भडक़ाऊ भाषण देते हुए यूपी सरकार पर आरोप लगाया कि जानवरों को काटने वालों को सरकार हवाई जहाज से लखनऊ बुलाती है।
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी को भी संगीत सोम का यह उग्र रूप पसंद आया, लिहाजा उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करा दी गई। अब संगीत सोम तीन दर्जन सुरक्षा कर्मियों के साथ रहते हैं। संगीत सोम पर फर्जी डिग्री रखने के भी आरोप लगे थे। गौतमबुद्ध नगर निवासी देवेन्द्र ने कहा था कि संगीत सोम दसवीं में फेल हो गए थे, जबकि चुनाव लडऩे के दौरान दिए गए हलफनामे में उन्होंने खुद को गे्रजुएट बताया है। संगीत सोम पर लगे इन आरोपों से राजनैतिक तापमान बढ़ गया है, क्योंकि इस समय भाजपा पशु काटने को लेकर खासा हंगामा मचा रही है।

सोम स्लाटर हाऊस खोलने को परेशान थे – अतुल प्रधान

समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान ने स्लाटर हाऊस से संबंधित कागज दिखाते हुए दावा किया कि संगीत सोम ने अलीगढ़ में स्लाटर हाऊस खोलने के लिए भारी पैरवी की थी और करोड़ों की जमीन खरीदी थी। वह पांच हजार जानवर रोज काटना चाहते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि दसवीं फेल सोम ने चुनाव आयोग को भी झूठा प्रमाण पत्र दिया था।



मैंने किसी स्लाटर हाऊस की अनुमति नहीं मांगी-सोम

भाजपा विधायक संगीत सोम ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि उन्होंने कभी भी स्लाटर हाऊस की अनुमति नहीं मांगी थी। श्री सोम ने कहा कि उन्होंने अलदुआ कंपनी से अलीगढ़ में जमीन खरीदी थी और छ: महीने बाद बेच दी थी। इसके बाद अलदुआ कंपनी ने इस जमीन पर क्या किया उन्हें नहीं पता।


संजय शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार हैं, सांध्य दैनिक 4पीएम के संपादक हैं।

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