नई दिल्ली। इस मोसम में डेंगू का प्रकोप बढ़ जाता है। यह सच है कि डेंगू का मच्छर दिन के उजाले में घरों के अंदर या बाहर काटता है, लेकिन अब यह बात भी सामने आई है कि अगर रात में रोशनी जल रही हो, तब भी मादा एडीस मच्छर काट सकते हैं। इससे बचाव के लिए मच्छर प्रतिरोधक का इस्तेमाल करें। बचाव के लिए पूरी बाजू की कमीज और पायजामा या पैंट पहनें। यह भी ध्यान रखें कि खिड़कियों के पर्दे सुरक्षित हों और उनमें छेद न हों। एयर कंडीशंड कमरों में रह कर बीमारी से बचा जा सकता है, लेकिन यह हर किसी को नसीब नहीं है, इसलिए बेहतर है कि डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस बीमारी से बचने के लिए मच्छरों को अंडे देने से रोकने के लिए घर में पानी जमा होने से रोकना चाहिए। बाहर रखे साफ पानी के बर्तनों जैसे पालतू जानवरों के पानी के बर्तन, बगीचों में पानी देने वाले बर्तन और पानी जमा करने वाले टैंक इत्यिादि को साफ रखें। घर के अंदर फूलदानों में पानी जमा न होने दें और उन्हें हफ्ते में एक बार जरूर साफ करें।
जिन लोगों के घर में कोई डेंगू से पीड़ित है, वह थोड़ा ज्यादा ध्यान रखें कि मच्छर दूसरे सदस्यों को न काटे। बीमारी को फैलने से बचाने के लिए पीड़ित को मच्छरदानी के अंदर सोना चाहिए। अस्पतालों को भी चाहिए कि वे डेंगू के मरीजों को मच्छरदानी उपलब्ध करवाएं।
प्रतिष्ठित अखबार देशबन्धु में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और आईएमए के ऑनरेरी सेक्रेटरी जनरल डॉ. के.के. अग्रवाल बताते हैं, "बहुत से लोगों को नहीं पता कि डेंगू का मच्छर गंदी नालियों में नहीं बल्कि साफ सुथरे पानी में पनपते हैं। साफ सुथरे शहरी इलाकों में रहने वाले लोगों को इसका ज्यादा खतरा रहता
मच्छरों से बचने के उपाय :
उचित मच्छर प्रतिरोधक का प्रयोग करके और अन्य उपास करके मच्छरों से बचा जा सकता है। घर में मच्छरों के पनपने को रोकना चाहिए।
मच्छरों के छुपने की जगह हटाएं :
* बारिश का पानी निकालने वाली नालियों, पुराने टायरों, बाल्टियों, प्लास्टिक कवर, खिलौनों और अन्य जगह पर पानी रुकने न दें
* फव्वारों, पक्षियों के बर्तनों, वेडिंग पूल्ज, पौधों वाली टरे इत्यादि से हफते में एक बार पानी बदल दें
* अस्थायी पूल्ज को खाली कर दें या उनमें मिट्टी भर दें
* स्विमिंग पूल का पानी बदलते रहें और उसे चलता रखें
* दीवारों, दरवाजों और खिड़कियों की दरारों को भर दें
* दरवाजों और खिड़कियों की अच्छे से जांच कर लें
* बच्चें को सुलाने वाले कैरियर और अन्य बिस्तर को मच्छरदानी से ढक दें
* लंबी बाजू की शर्ट, पैंट और जुराबें पहनकर मच्छरों के कटने से बचें
* टीशर्ट को अपनी पैंट और पैंट को जुराबों में डाल कर रखें, ताकि खाली जगह से मच्छर काट न सकें।
* सूर्य उदय और अस्त के समय व शाम को घर के अंदर रहें, क्योंकि मच्छर इस वक्त ज्यादा सक्रिय होते हैं।