लखनऊ, 25 जुलाई 2016। रिहाई मंच द्वारा सोमवार को शहर के जयशंकर प्रसाद हॉल में लखनऊ यूनिट सम्मेलन तथा ईद मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर लखनऊ यूनिट के महासचिव, अध्यक्ष व सचिव चुने गए।
सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए रिहाई मंच के अध्यक्ष एडवोकेट मोहम्मद शुऐब ने कहा कि रिहाई मंच की कोशिश है कि देश के ईमानदार राजनैतिक लोगों को जोड़कर जनविरोधी सरकारों के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी जाए। हमारी यह समझ है कि समाज की सारी समस्याएं और पूरे झगड़े सियासत की ही देन हैं। जब तक कि हम सियासत पर कब्जा नहीं करते हमारी समस्याओं का कोई हल नहीं है। फासीवाद के बढ़ते खतरों के बावजूद आज भी हम अपनी कोशिश लगातार जारी रखे हुए हैं।
रिहाई मंच लखनऊ यूनिट का सम्मेलन हुआ संपन्न, ईद मिलन का हुआ आयोजन
मोहम्मद शुऐब ने कहा कि आज बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपने देश को लूट रही हैं, उनमें हमारे अपने लोग भी शामिल हैं। वे इन कंपनियों के दलाल बन गए हैं। आज इन कंपनियों के फायदे के लिए ये पार्टियां अपने देश के लोगों से झूठे वादे कर रही हैं। रिहाई मंच ऐसे झूठे निजाम के खिलाफ हर जिले में इकाई बना कर संघष करने की रणनीति बना रहा है। यह सम्मेलन हमारे इस मकसद के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए रिहाई मंच नेता मसीहुद्दीन संजरी ने कहा कि बन्धुत्व और एकता के रूप में बीसवीं सदी में उपजे आंदोलन को अब इस मुल्क में गंभीर खतरा पैदा हो गया है। हमारे मुल्क में सांप्रदायिकता और जातिवाद के आधार पर लोगों को बांटा जा रहा है इसके खिलाफ संघर्ष तेज करना होगा।
रिहाई मंच ने लखनऊ में किया ’हमारी एकता को खतरा किससे’ विषय पर सम्मेलन
लखीमपुर जिले के मोहम्मदी गांव से आए सिद्दीकयार खान ने उस वाकए को याद किया जिसमें पुलिस द्वारा
अमित मिश्रा अध्यक्ष, रफत फातिमा और शकील कुरैशी चुने गए महासचिव
सम्मेलन को संबोधित करते हुए नागरिक परिषद के मोहम्मद मसूद ने कहा कि अगर हमें मौजूदा दौर की सियासत को समझना है तो हमें सत्ता में पूंजी के खेल को समझना होगा। आवारा पूंजी ने फासीवाद की बढोत्तरी में अपनी खास भूमिका निभाई है।
आरटीआई कार्यकर्ता उर्वशी शर्मा ने कहा कि आज पूरे समाज के लोगों को आपस में लड़ाया जा रहा है। आज राजनैतिक दल आम जनता में आपसी संघर्ष करवाने पर आमादा हैं। पूरी राजसत्ता आम जनता को बेवकूफ बना रही है।
’हमारी एकता को खतरा किससे’ विषय पर आयोजित सम्मेलन का संचालन शबरोज मोहम्मदी ने किया।
सम्मेलन में रिहाई मंच लखनऊ यूनिट के पदाधिकारियों की घोषणा की गई। जिसमें अमित मिश्रा को अध्यक्ष, रफत फातिमा और शकील कुरैशी को महासचिव, उपाध्यक्ष अबू अषरफ, विरेंद्र गुप्ता और मोहम्मद जमालुद्दीन, सचिव जियाउद्दीन, रफीक सुल्तान खान, अबूजर किदवई और डॉ आफताब खान, प्रवक्ता अनिल यादव और सोशल मीडिया प्रवक्ता शबरोज मोहम्मदी और मौलाना इरशाद को चुना गया।
सम्मेलन में सृजन योगी आदि योग, ऑल इंडिया वर्कस काउंसिल के रामकृष्ण, ओपी सिन्हा, अली अहमद कासमी, फैजाबाद से गुफरान, इलाहाबाद से एडवोकेट संतोष सिंह, दिनेश चौधरी, अतहर हुसैन, दीपक सिंह, हरे राम मिश्र, शम्स तबरेज, डॉ मजहरहुल हक, आजमगढ़ से विनोद यादव, सरफराज अंसारी, सैयद फारूक, डॉ. अहमद रजा़ खान जिला पंचायत सदस्य प्रतापगढ़ मैसाद अहमद, मोनिस अंसारी, शादाब खान, डॉ. इमरान खान, सत्येन्द्र कुमार, फैज बारी, सादिक, जमशेद वारसी, गोपांल प्रसाद, मो. आजम खान, फारूक अहमद, हादी, मुमताज अहमद, रफीउद्दीन, के के शुक्ला, मो. राशिद, लक्ष्मण प्रसाद, सिद्दीक यार खां, आसिफ सिद्दीकी, लताफत अली समेत कई लोग मौजूद थे।