नई दिल्ली, 14 सितंबर 2019. अफगानिस्तान में कभी सोवियत संघ के खिलाफ लड़ रहे तालिबान को अमरीका ने खाद-पानी मुहैया कराया था, लेकिन समय का चक्र कैसा घूमता है कि अब वही तालिबान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से वार्ता विफल (Taliban's talks with US President Donald Trump failed) होने के बाद रूस की शरण में पहुंचे हैं।
A Taliban delegation reached Moscow, the capital of Russia
पार्स टुडे की खबर के मुताबिक अमरीका के साथ वार्ता की विफलता के बाद तालेबान का एक शिष्टमण्डल रूस की राजधानी मॉस्को पहुंचा है।
तालिबान के जो सदस्य मॉस्को गए हैं उनमें से अधिकांश वे लोग हैं जो अमरीका के साथ वार्ता दल के सदस्य थे।
पार्स टुडे ने तसनीम समाचार एजेन्सी के हवाले से खबर दी है कि क़तर में तालिबान कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा है कि मॉस्को जाने वाला तालिबान गुट, अफ़ग़ानिस्तान के मामले में रूसी राष्ट्रपति के विदेश दूत काबलोफ से भेंटवार्ता करेंगे।
तालिबान प्रवक्ता के अनुसार रूसी अधिकारी के साथ अफ़ग़ानिस्तान की शांति प्रक्रिया के बारे में चर्चा की जाएगी।
ज्ञात रहे कि मॉस्को ने इस साल के दौरान तालिबान तथा अफ़ग़ानिस्तान के कुछ राजनेताओं की मेज़बानी की है, हांलाकि उसके प्रयास का कोई परिणाम नहीं निकला। दूसरी ओर अफ़ग़ानिस्तान की सरकार का मानना है कि तालिबान को औपचारिकता देने का अर्थ है आतंकवादी गतिविधियों को मान्यता देना।
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