नई दिल्ली, 8 सितंबर 2019 . दुनिया भर में 8 सितम्बर वर्ल्ड फिजियोथेरेपी डे या विश्व फिजियोथेरेपी दिवस (World Physiotherapy Day) के रूप में मनाया जा रहा है। फिजियोथेरेपी मेडिकल साइंस (Medical science) की ऐसी प्रणाली है जिसकी सहायता से जटिल रोगों का इलाज (Treating complex diseases with the help of physiotherapy) संभव होता है। देश में इसके प्रति जागरूकता कम होने से बहुत कम लोग इसका फायदा ले पाते हैं। फीजिओथेरेपी में ऑस्टियोआर्थराइटिस, (Osteoarthritis) (गठिया) और स्पाइनल इंजरी (Spinal injury) जैसी जटिल बीमारियों का इलाज है। इसमें किसी तरह का साइड इफ्फेक्ट नहीं होना इसको आकर्षक बनाता है।
वर्ल्ड फिजियोथेरेपी डे 2019 (World Physiotherapy Day 2019,) के अवसर पर यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद द्वारा रामप्रस्थ आरडब्लूए के साथ मिलकर एक विशाल फिजिकल थेरेपी चिकित्सा शिविर लगाया इस शिविर का आयोजन रामप्रस्थ स्थित श्रीराम मंदिर के सभागार में हुआ.
इस शिविर में 100 से भी ज्यादा मरीजों को वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ (Senior orthopedist in Delhi/NCR) डॉक्टर देवेंद्र दवे एवं डॉक्टर मुबारक हेड ऑफ डिपार्टमेंट फिजियोथेरेपी यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी द्वारा निशुल्क परामर्श दिया गया। साथ ही शिविर में लोगों की हड्डियों से जुड़ी समस्याओं एवं बीमारियों कमर का दर्द, गर्दन का दर्द, जोड़ों का दर्द एवं अर्थराइटिस आदि बीमारियों की जांच एवं सलाह दी गई। शिविर का संचालन यशोदा हॉस्पिटल के गौरव पांडे एवं सुरेश वली ने किया।
वहीं कौशांबी स्थित यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भी फिजियोथेरेपी डिपार्टमेंट में वर्ल्ड फिजियोथेरेपी डे को मनाया गया और इस अवसर पर 50 से भी ज्यादा मरीजों को फिजियोथेरेपी के माध्यम से विभिन्न बीमारियों के
इस अवसर पर यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ पीएन अरोड़ा ने फिजियोथेरेपी डिपार्टमेंट के सभी डॉक्टरों को हार्दिक बधाई दी।
डॉ. अरोड़ा का कहना है कि भारत में फिजियोथेरेपी को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी है। हमारी जीवन शैली दिन प्रति दिन तेज होती जा रही है, ऐसे में हमें फिजियोथेरेपी को अपना कर खुद को दुरुस्त रखना होगा।
उन्होंने कहा कि हम योग को प्राथमिक चिकित्सा की श्रेणी में ला रहे हैं जब कि फिजियोथेरेपी योग का ही शुद्ध रूप है। फिजिओथेरेपी में हम मरीज की मांशपेशियों की गतिविधि समझ उसका इलाज करते हैं। खिलाड़ी, वरिष्ठ नागरिक और चोटों का इलाज इस विधि से आसानी से किया जा सकता है।
वर्ल्ड कॉन्फेडरेशन ऑफ फिजिकल थेरेपी (World confederation of physical therapy,) ने 8 सितम्बर को वर्ल्ड फिजियोथेरेपी डे घोषित किया है, जिससे लोगों में इसके प्रति जागरूकता बढ़े और वर्तमान समय की जीवन शैली के अनुरूप उन्हें बिना किसी दुष्प्रभाव के इलाज संभव हो सके।
डॉ मुबारक ने फिजियोथेरेपी से होने वाले फायदों के बारे में बताते हुए कहा कि यह न्यूरो, कार्डियक, पीडिट्रिक सब तरह के मामले में उपयोगी है। इससे कुछ दर्द में तुरंत आराम मिल जाता है। लेकिन कुछ मामलों में इसक कई सिटिंग्स लेनी पड़ती हैं। फिजियोथेरेपी में दर्द की मूल वजहों को तलाशकर उस वजह को ही जड़ से खत्म कर दिया जाता है। इसको करने के लिए विशेषज्ञ स्ट्रेचिंग व व्यायाम, मसाज के अलावा इलेक्ट्रोथेरेपी की मदद लेते हैं।
“World Physical Therapy Day is observed to generate awareness about the crucial contribution physical therapists make to society, enabling people to be mobile, well, and independent. This is observed on 8 September. This day was designated in 1996 by the World Confederation for Physical Therapy.“
- Wikipedia