मधुमेह पीड़ित लोगों में रक्त शर्करा (या रक्त शर्करा) का उच्च स्तर होता है। जब ब्लड शुगर बहुत अधिक हो जाता है, तो यह हानिकारक प्रभाव डालता है।
एक अध्ययन में पाया गया है कि बाधित नींद वाले अफ्रीकी अमेरिकियों में उच्च रक्त शर्करा का स्तर होता है। पिछले अध्ययनों से यह लिंक यूरोपीय और एशियाई आबादी में भी पाया गया है।
शोधकर्ताओं ने परीक्षण में लगभग 800 अफ्रीकी अमेरिकी पुरुषों और महिलाओं के डेटा को देखा जिनको स्लीप एपनिया था।
स्लीप एपनिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें नींद के दौरान सांस रुक जाती है या पीरियड्स के लिए बहुत उथली हो जाती है।
अध्ययन में शामिल लोगों ने एक ऐसा उपकरण पहना, जो एक सप्ताह तक जागने या सोते समय मापा गया। उन्होंने नींद की डायरी भी रखी।
शोधकर्ताओं ने जांच की कि लोग कितने समय तक सोते हैं, कितनी बार वे रात के दौरान जागते हैं, और उनकी नींद के पैटर्न में बदलाव होता है। उन्होंने एक क्लिनिक में लिए गए रक्त शर्करा के स्तर के साथ इन निष्कर्षों की तुलना की।
लगभग एक तिहाई प्रतिभागियों को स्लीप एपनिया था। अधिकांश को इसका इलाज नहीं मिल रहा था।
स्लीप एपनिया से पीड़ित महिलाओं में कैंसर होने का खतरा पुरुषों से ज्यादा : शोध
स्लीप एपनिया वाले बहुत से लोग यह नहीं जानते कि उनकी क्या हालत है। ड्यूक विश्वविद्यालय के डॉ. यूइचिरो यानो बताते हैं, जिन्होंने अध्ययन का नेतृत्व किया, कहते हैं "हमारे परिणाम अफ्रीकी अमेरिकियों और अन्य समूहों, दोनों में स्लीप एपनिया की जांच और निदान में सुधार की आवश्यकता की पुष्टि करते हैं"।