Hastakshep.com-देश-सरदार सरोवर बांध-srdaar-srovr-baandh

अहमदाबाद, 17 सितंबर 2017। पिछले कई दशकों से विवादों में घिरे रहे सरदार सरोवर नर्मदा बांध प​रियोजना का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन कर दिया। जन्मदिन पर प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले अपनी मां हीरा बा के पांव छुए और उनका आशीर्वाद लिया। अपने जन्मदिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी नर्मदा जिले के केव​​ड़िया ​स्थित सरदार सरोवर नर्मदा बांध परियोजना पर नर्मदा नदी की पूजा-अर्चना की और इसके बाद उन्होंने इस परियोजना का लोकार्पण किया।

केवड़िया में मौसम खराब होने के चलते प्रधानमंत्री के चॉपर की लैंडिंग दाभोई में कराई गई। वहां से वह सड़क मार्ग से केवड़िया के लिए रवाना हुए।

प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार सरोवर परियोजना के 30 दरवाजे खोलकर इसे राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री एक रैली को भी संबोधित करेंगे।

गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री मोदी की इस रैली को राजनी​तिक लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 56 साल पहले नर्मदा जिले के केवादिया में सरदार सरोवर बांध की आधारशिला रखी गई थी।

इस बांध प​रियोजना और इस पर बनी बिजली परियोजना से चार राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम के माध्यम से नर्मदा यात्रा का भी समापन होगा। इस यात्रा में 85 रथ 24 जिलों, 14 शहरों, 71 कस्बों और 10 हजार गांवों से गुजरे। प्रत्येक रथ पर नर्मदा की प्रतिमा को रखा गया था। प्रधानमंत्री की नर्मदा पूजा के साथ इस यात्रा का समापन होगा।

प्रधानमंत्री ने बांध के समीप ही बन रही सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशालकाय प्रतिमा 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के निर्माण में हुई प्रगति का जायजा लिया। 182 मीटर ऊंची यह प्रतिमा

विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी। अभी 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा माना जाता है।

नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर व कमला यादव, दयाराम यादव, पवन यादव, आनंद तोमर, विनोद भाई, सपना कनहेरा, कमेंद्र मंडलोई और सुमित यादव ने एक संयुक्त वक्तव्य जारी कर इस लोकार्पण को फर्जी बताया है ....

विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरदार सरोवर बाँध का हो रहा फर्जी लोकार्पण इस आधार पर हो रहा है कि परियोजना पूरी हुई है और अभी बस लाभ ही लाभ लेना बाकी है। लेकिन सच्चाई तो यह है कि इस बाँध के बारे में जो घोषणाएं और वक्तव्य दिए जा रहे हैं उसमें गंभीर त्रुटियाँ और असत्य है।


Loading...