लखनऊ, 27 जुलाई। भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने कहा है कि कानपुर के संजीत यादव कांड के बाद गोरखपुर में 5वीं के छात्र के अपहरण व हत्या की घटना से आम आदमी की सुरक्षा खतरे में पड़ गयी है। कानून-व्यवस्था कायम करने में सरकार पूरी तरह नाकाम हो चुकी है।
माले के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि योगी सरकार में अपराधी बेखौफ होकर अपराध कर रहे हैं और अपहरण उद्योग बनता जा रहा है। कानपुर में संजीत यादव मामले में 30 लाख की फिरौती दिलवाकर भी जान नहीं बचाई जा सकी। गोंडा में बच्चे के अपहरणकर्ताओं ने पांच करोड़ की फिरौती मांगी। मुख्यमंत्री के अपने जिले गोरखपुर में एक करोड़ की फिरौती देने में परिवार वालों के नाकाम होने पर मासूम की हत्या कर दी गई। एक-के-बाद-एक हो रही इस तरह की घटनाएं प्रदेश में कानून-व्यवस्था के नदारद होने और उसकी जंगल राज कायम हो जाने का प्रमाण हैं। ऐसी सरकार का क्या मतलब, जिसमें न बच्चे सुरक्षित हैं, न महिलाएं, न पत्रकार और न ही दलित-गरीब।
माले राज्य सचिव ने कहा कि कानून-व्यवस्था, कोरोना महामारी से लेकर सभी मोर्चों पर फेल सरकार को पदत्याग कर देना चाहिए।
इन मुद्दों पर माले समेत वामपंथी दल चार अगस्त को राज्यव्यापी विरोध करेंगे और सरकार के इस्तीफे की मांग करेंगे। विरोध प्रदर्शन महामारी संबंधी गाइडलाइन का पालन करते हुए होगा।