नई दिल्ली, 18 जनवरी, 2020: नई दिल्ली में एंटी एजिंग पर आधारित भारत की पहली कॉन्फ्रेंस (India's first conference based on anti-aging) का आज सफलतापूर्वक समापन किया गया। स्मार्ट ग्रुप और ए4एम ने साथ मिलकर इस 2 दिन की कॉन्फ्रेंस को आयोजित किया, जिसमें भारत और दुनियाभर से प्रिवेंटिव, इंटीग्रेटिव और ट्रेडिशनल मेडिसिन के क्षेत्र से स्पीकरों, डॉक्टरों और विशेषज्ञों समेत कई प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
इस अनोखे कार्यक्रम में 300 से भी ज्यादा डॉक्टरों ने भाग लिया, जहां भविष्य की आधुनिक व नवीन हेल्थकेयर सुविधाओं पर चर्चा की गई।
कॉन्फ्रेंस में मौजूद विश्व स्तर पर जाने-माने स्कॉलर रह चुके सभी स्पीकर इंटीग्रेटिव मेडिसिन का दुनिया भर में प्रचार करते आ रहे हैं और 4 ट्रिलियन डॉलर की हेल्थ इंडस्ट्री के प्रमुख लीडर की भूमिका निभाते आ रहे हैं।
कॉन्फ्रेंस की थीम को ध्यान में रखते हुए, स्मार्ट ग्रुप के संस्थापक व चेयरमैन, डॉक्टर बीके मोदी ने सभी दर्शकों को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित किया। स्टेम सेल्स से संबंधित अपने खुद के अनुभव के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि,
“मुझे खुशी है कि भारत के डॉक्टर प्रिवेंटिव मेडिसिन में काफी दिल्चस्पी दिखा रहे हैं। सेल्युलर थेरेपी की मदद से, इस उम्र में होने के बाद भी मैं खुद में एक अलग प्रकार का उत्साह देखता हूं, जिसके कारण आज मैं अपने पैशन को पूरा कर पा रहा हूं। मैं चाहता हूं कि प्रिवेंटिव मेडिसिन के फायदों के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को पता हो, जिससे वे 100 की उम्र में भी एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन का आनंद ले सकें।”
दर्शकों को विश्व स्तर पर जाने-माने स्पीकर, डॉक्टर एंड्रिउ हेमैन (एमडी, एमएचएसए), डॉक्टर डैनियार जुमानियाज़ोव (एमडी, पीएचडी), डॉक्टर ब्रायन डेलाने (पीएचडी), डॉक्टर पमीला स्मिथ (एमडी, मपीएच, एमएस), डॉक्टर ग्राहम सिंप्सन (एमडी) और भारतीय हेल्थ लीडर्स, जैसे मुंबई से एंडोक्राइनोलॉजिस्ट,
सभी विशेषज्ञों ने इंटरमिटेंट फास्टिंग, रीजेनरेटिव मेडिसिन, ऑटोइम्युनिटी, बायोकेमिकल डिटॉक्स, (Autoimmunity, biochemical detox) कम फर्टिलिटी वाले पुरुष और गट मेटाबोलिज़्म आदि विषयों पर चर्चा की। ये सभी विषय ऐसे हैं, जो न सिर्फ शहरी भारत में पूरी तरह से फैल चुके हैं बल्कि बॉलीवुड, स्पोर्ट्स और पॉलिटिक्स के जाने-माने सिलेब्रिटीज इनका खुलकर एंडोर्समेंट कर रहे हैं।
इस कॉन्फ्रेंस का मुख्य आकर्षण इसमें लगाई गई प्रदर्शनी थी, जिसमें सप्लीमेंट प्रदाता, सेल्युलर रीजेनरेशन व जीन टेस्टिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इनेबल्ड हेल्थकेयर संबंधी उपकरण आदि का प्रदर्शन किया गया। हेल्थकेयर स्टॉलवर्ट्स जैसे डाबर और अपोलो ने भारत में हेल्थकेयर के भविष्य को लेकर अपने विचार साझा किए।
“मेडिकल श्रेत्र एक लंबी उड़ान के साथ बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। लोगों के लंबे जीवन, जागरुकता, मानसिक स्वास्थ्य आदि पर प्रिवेंटिव हेल्थ का गहरा असर पड़ा है। ऐसी कई रिसर्च की गई हैं, जिनके अनुसार आने वाले कुछ सालों में जन्म लेने वाले बच्चे लगभग 1000 सालों का जीवन जी पाएंगे। मुझे बहुत खुशी है कि हम ए4एम को भारत तक लाने में सफल रहे, जिससे हम इस प्रकार के विषयों पर चर्चा कर सके, जो हमारे देश के बेहतर भविष्य के लिए बहुत जरूरी है।”
यह जानकारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है।