लखनऊ, 7 मई। भाकपा (माले) ने जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता रिहाई मंच अध्यक्ष मो. शोएब को यहां अमीनाबाद थानाक्षेत्र स्थित उनके घर से रविवार सुबह गिरफ्तार करने की कड़ी निंदा की है।
पार्टी राज्य सचिव सुधाकर यादव ने एक बयान में कहा कि 75 वर्षीय अधिवक्ता मो. शोएब ने पहले भी फर्जी आरोपों में जेल भेजे गए कई मुस्लिम नौजवानों की पैरवी कर कोर्ट से उनकी रिहाई कराई थी। इस कारण वे सत्ता के निशाने पर रहे हैं। नागरिकता-विरोधी आंदोलन के दौरान योगी सरकार ने उन्हें जेल भेजा था और अदालती हस्तक्षेप से वे रिहा हुए थे। परिजनों के अनुसार, संबंधित थाने की पुलिस पुनः उनकी गिरफ्तारी से इनकार कर रही है। ऐसे में वरिष्ठ व बीमार अधिवक्ता को किस मामले में गिरफ्तार किया गया है और कहां रखा गया है, उनकी पत्नी द्वारा इसकी जानकारी अर्जी देकर मांगने पर भी पुलिस द्वारा नहीं दिया जाना मानवाधिकारों का उल्लंघन है। उन्हें फौरन रिहा किया जाए।