रायपुर, 30 जनवरी 2020. वामपंथी पार्टियों और उनके जनसंगठनों सहित विभिन्न सामाजिक-राजनैतिक संगठनों के आह्वान पर पूरे प्रदेश में बनी मानव श्रृंखला (Human chain) में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्तओं ने बड़े पैमाने पर भागीदारी की और संविधान और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा करने की शपथ ली।
राजधानी रायपुर में माकपा राज्य सचिव संजय पराते घड़ी चौक पर इस श्रृंखला की अंतिम कड़ी बने। यहां हुई एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर नागरिकता देने का जो कानून मोदी सरकार ने बनाया है, वह संविधान विरोधी है और इसलिए देश की धर्मनिरपेक्ष जनता इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। माकपा नेता ने इसे धर्म के आधार पर देश को बांटने की घृणित साजिश करार देते हुए कहा कि यह देश गोडसे-सावरकर की राजनीति को सफल नहीं होने देगा। उन्होंने एनपीआर के प्रश्नों का जवाब न देने की भी अपील की, ताकि इसके बाद एनआरसी की प्रक्रिया को विफल किया जा सके।उनके साथ राजेश अवस्थी, अजय कन्नौजे, पूर्णचन्द्र रथ सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल थे।
पार्टी के राज्य सचिवमंडल सदस्य एम के नंदी ने सीटू कार्यकर्ताओं का नेतृत्व किया।
कोरबा में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मानव श्रृंखला बनाई गई, जिसका नेतृत्व माकपा जिला सचिव प्रशांत झा के साथ एस एन बेनर्जी, वी एम मनोहर, जनक दास कुलदीप, माकपा पार्षद सुरती कुलदीप और राजकुमारी कंवर, जनवादी महिला समिति की धनबाई कुलदीप, जनवादी नौजवान सभा के अभिजीत गुप्ता, मनोज विश्वकर्मा, दिलहरण बिंझवार, छत्तीसगढ़ किसान सभा के जवाहर सिंह कंवर आदि ने किया। यहां आयोजित सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत झा ने कहा कि सीएए-एनपीआर-एनआरसी से भूमिहीन आदिवासी, खेतिहर मजदूर, अचल संपत्ति से वंचित दलित-पिछड़ा वर्ग व
भिलाई में माकपा और सीटू के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बनाई, जिसका नेतृत्व डीवीएस रेड्डी, पी वेंकट आदि ने किया। इसी प्रकार बिलासपुर में माकपा जिला सचिव रवि बेनर्जी, नंद कश्यप आदि ने मानव श्रृंखला में माकपा कार्यकर्ताओं का नेतृत्व किया।