लखनऊ, 06 दिसंबर 2019. भाजपा राज में भले ही अपराध और अपराधी बढ़े हों, ए नकाउंटर्स पर सुप्रीम कोर्ट ने सवाल किए हों और यूपी के बारे में सख्त टिप्पणी की हो, पर एक बात जरूर हुई है कि प्रशासनिक मशीनरी का खुलेआम राजनीतिकरण हुआ है और सरकारी महकमे अब भाजपा के आनुषंगिक संगठनों की तरह व्यवहार कर रहे हैं।
दरअसल टाइम्स नाउ चैनल ने बसपा सुप्रीमो मायावती के हैदराबाद एनकाउंटर पर बयान (BSP supremo Mayawati's statement on Hyderabad encounter) की खबर का वीडियो डालते हुए ट्वीट किया था, “मायावती कहती हैं, 'यूपी पुलिस को हैदराबाद पुलिस से सीखना चाहिए'।“ (‘U.P police must learn from the Hyderabad police’, says Mayawati.)
इस पर यूपी पुलिस के सत्यापित ट्विटर हैंडल से इस ट्वीट का उत्तर देते हुए ट्वीट किया गया
“आंकड़े खुद लिए बोलते हैं। जंगल राज अतीत की बात है। अब नहीं है।
पिछले 2 वर्षों में 5178 पुलिस की कार्रवाई में 103 अपराधी मारे गए और 1859 घायल हुए।
17745 अपराधियों ने आत्मसमर्पण किया या जेल जाने के लिए अपनी खुद की बेल रद्द करा ली।
मुश्किल से राज्य के मेहमान।“
यूपी पुलिस के ट्वीट (Tweets of UP police) पर ट्विटराती ने ट्रोलिंग शुरू कर दी।
एक यूजर ने ट्वीट किया –
“उन्नाव वाले दरिंदों को उड़ाओ तब पोस्ट करना श्रीमान जी......”
एक अन्य यूजर ने कहा,
“महोदय उन्नाव केस के आरोपियो को भी ऐसे ही जला दो तो सारे पाप धुल जायेंगे हमे पता है आप लोग अच्छा काम कर रहे है लेकिन उन्नाव केस में असमर्थता ने एक बदनुमा दाग लगा दिया है खाकी पर।“
The figures speak for themselves. Jungle Raj is a thing of the past. No longer now.
103 criminals killed and 1859 injured in 5178 police engagements in the last more
Hardly state guests. https://t.co/8ed1bqltRd
— UP POLICE (@Uppolice) December 6, 2019
https://www.hastakshep.com/hyderabad-encounter-appears-to-be-clearly-fake-justice-markandey-katju/