अमेरिकी सरकार के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र- Centers for Disease Control and prevention (सीडीसी) का अनुमान है कि साल्मोनेला से अमेरिका में प्रति वर्ष 1.2 मिलियन बीमार होते हैं, 23,000 लोग अस्पतालों में भर्ती होते हैं और साल्मोनेला से अमेरिका में प्रति वर्ष लगभग 450 मौतें होती हैं। इन में से लगभग एक मिलियन लोगों में बीमारी का स्रोत भोजन होता है।
साल्मोनेला एक बैक्टीरिया (bacteria) है जो लोगों को बीमार बनाता है। यह डॉ. सैल्मन (Dr. Salmon) नामक एक अमेरिकी वैज्ञानिक (American scientist) द्वारा खोजा गया था, और 125 वर्षों से बीमारी का कारण माना जाता है। लोगों को साल्मोनेला संक्रमण से होने वाली बीमारी को साल्मोनेलोसिस (salmonellosis) कहा जाता है। साल्मोनेला (Salmonella) रोगाणु के संक्रमण से बीमारी गंभीर हो सकती है और कुछ लोगों के लिए यह अधिक खतरनाक साबित हो सकती है। 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों, 5 वर्ष से छोटे बच्चों, और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग, जैसे कि एचआईवी / एड्स, मधुमेह पीड़ित या अंग प्रत्यारोपण वाले लोगों के लिए यह संक्रमण अधिक गंभीर बीमारी हो सकता है, जो जीवन के लिए खतरा भी हो सकता है। साधारणतः अधिकांश मामलों में, यह बीमारी 4 से 7 दिनों तक रहती है और लोग बिना एंटीबायोटिक उपचार के ठीक हो जाते हैं।
साल्मोनेला के लक्षण में शामिल हैं: दस्त (Diarrhea) उल्टी (Vomiting) बुखार (Fever) पेट में मरोड़ (Abdominal cramps)
आमतौर पर दूषित भोजन खाने के छह से 48 घंटे बाद लक्षण दिखाई देते हैं, हालांकि यह अवधि कभी-कभी बहुत लंबी होती है। कुछ
यदि आपके बच्चे में साल्मोनेला के लक्षण दिखाई दें तो अपने बच्चे के डॉक्टर को तुरंत दिखाएं यदि : एक दिन के बाद भी दस्त जारी रहते हैं, शिशुओं में यदि12 घंटे से अधिक समय तक, 2 साल से कम उम्र के बच्चों में एक दिन या अन्य बच्चों में दो दिन तक उल्टी न रुके, निर्जलीकरण के लक्षण (Signs of dehydration), जिसमें तीन या अधिक घंटों में पेशाब न करना, शुष्क मुँह या जीभ, या बिना आँसू के बच्चा रोए, चक्कर आए या प्रकाशहीनता, या बहुत गहरा मूत्र हो तो तत्काल डॉक्टर को दिखाएं। 102˚F (39˚C) से अधिक बुखार हो, और मल में खून हो तो तुरंत अपने डॉक्टर को फोन करें।
दो दिनों के बाद दस्त में सुधार नहीं होता है; दो दिनों से अधिक समय तक उल्टी होती रहती है; निर्जलीकरण के संकेत, जिनमें बहुत कम पेशाब होना या बिल्कुल पेशाब न होना, अत्यधिक प्यास, बहुत शुष्क मुँह, चक्कर आना या प्रकाशहीनता, या बहुत गहरा मूत्र शामिल है; 102˚F (39˚C) से अधिक बुखार हो और; मल में खून आए।
( नोट – यह समाचार किसी भी हालत में चिकित्सकीय परामर्श नहीं है। यह समाचारों में उपलब्ध सामग्री के अध्ययन के आधार पर जागरूकता के उद्देश्य से तैयार की गई अव्यावसायिक रिपोर्ट मात्र है। आप इस समाचार के आधार पर कोई निर्णय कतई नहीं ले सकते।)
जानकारी का स्रोत – Centers for Disease Control and prevention