नई दिल्ली, 16 जुलाई। क्या वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पूर्व सोवियत संघ की जासूसी संस्था केजीबी के एजेंट रहे हैं ? दरअसल यह सनसनीखेज खुलासा प्रतिष्ठित न्यूयार्क मैगज़ीन के एक लेख में हुआ है।
Jonathan Chait का एक लंबा लेख न्यूयार्क मैगज़ीन में Will Trump Be Meeting With His Counterpart — Or His Handler? A plausible theory of mind-boggling collusion. (विल ट्रंप वी मीटिंग विद पगे काउंटरपार्ट-और हिज़ हैंडलर? ए प्लॉसिबल थ्योरी ऑफ माइमड बॉगलिंग कॉल्यूज़न) प्रकाशित हुआ है। इस लेख का लिंक फेसबुक पर शेयर करते हुए वरिष्ठ पत्रकार शेष नारायण सिंह ने टिप्पणी की
“न्यूयार्क मैगज़ीन का एक अजीब लेख, जिसमें सनसनीखेज़ खुलासा किया गया है, अभी-अभी मैंने शेयर किया है> उस लेख में संकेत यह दिया गया है कि अमरीका के मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कभी रूसी जासूसी संस्था, केजीबी के लिए काम करते थे। संकेत यह भी है कि यह काम वे 1987 से कर रहे हैं। लेख की हेडलाइन है "Will Trump Be Meeting With His Counterpart — Or His Handler?
A plausible theory of mind-boggling collusion."
बहुत ही भरोसेमंद बच्चे ने मुझे लिंक भेजा और मैंने साइट पर जाकर पढ़ा। कम से कम मैं सन्नाटे में हूँ कि अगर उस लेख में लिखी गयी बातें सच हैं तो अमरीका रूस के सामने बुरी तरह से पिट चुका है। कोल्ड वॉर में जीत के दावे की पोल खुल चुकी है। लेकिन अभी तक तूफ़ान क्यों नहीं खड़ा हुआ जबकि विकिपीडिया ने साफ़ लिखा है कि न्यूयार्क मैगजीन बहुत ही सम्मानित पत्रिका है। जो भी