नई दिल्ली, 12 अक्तूबर। आज पूरी दुनिया में विश्व अर्थराइटिस दिवस मनाया जा रहा है। अर्थराइटिस (गठिया) से आमतौर पर दर्द, थकान और स्टिफनेस होती है। इसका आक्रमण हर व्यक्ति में दिन ब दिन अलग हो सकता है। कुछ लोगों में केवल दोड़ प्रभावित होते हैं और कुछ लोगों में पूरा शरीर प्रभावित होता है।
एक शोध के मुताबिक Obstructive sleep apnea से आर्थराइटिस का खतरा बढ़ता है।
गठिया (आर्थराइटिस) के उपचार के लिए हर रोज़ नए अध्ययन हो रहे हैं। शोधकर्ता गठिया के कारण की खोज कर आर्थराइटिस के उपचार के लिए नई दवाएं और विधि पर शोध कर रहे हैं।
ओस्टियोआर्थराइटिस (अस्थिसंधिशोथ) घुटने का सबसे आम गठिया है। इसमें अस्थि में क्षरण की खराबी के कारण बुढ़ापे में जोड़ों में पीड़ा और अकड़न हो जाती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार ओस्टियोआर्थराइटिस के 80 प्रतिशत मरीज ठीक से चल नहीं पाते और 25 प्रतिशत रोजमर्रे क्रियाकलाप में असमर्थ हैं।
कम चलने-फिरने से डायबिटीज, हाइपरटेंशन, मोटापा जैसे रोग हो जाते हैं और घुटने के इलाज में देरी से रीढ़ को नुकसान पहुंचता है।
जोड़ों के दर्द या गठिया के शिकार बुजुर्गों को कभी-कभी बोझ मान लिया जाता है, क्योंकि वे खुद अपना काम
Rheumatoid arthritis रूमटाईड आर्थराइटिस जोड़ों को प्रभावित करने वाला एक ऑटोइम्यून विकार autoimmune disorder है। यह आमतौर पर जोड़ों पर आक्रमण करता है। अक्सर इसमें जोड़ों में सूजन होती है, जोड़ लाल पड़ जाते हैं, जोड़ों में जलन व गर्मी होती है तथा दर्द होता है।
एनआईएच राष्ट्रीय गठिया वात रोग और त्वचा रोग संस्थान (है।National Institute of Arthritis and Musculoskeletal and Skin Diseases) पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक ऐसा लगता है कि सूजन, त्वचा स्पर्श को महसूस करने की न्यूरॉन्स की क्षमता को समझने में सक्षम नहीं होती है, बल्कि इसके बजाय तंत्रिका तंत्र के बाकी हिस्सों में भेजी गई जानकारी को दोहराती है।
सेप्टिक अर्थराइटिस
septic arthritis
जोड़ों की सूजन (Joint inflammation) संक्रमण (infection) के कारण भी हो सकती है, इस स्थिति को सेप्टिक अर्थराइटिस कहते हैं।
“विश्व अर्थराइटिस दिवस” की स्थापना वर्ष 1996 अर्थराइटिस और रूमेटिज़म इंटरनेशनल (एआरआई) ने गठिया और मस्कुलोस्केलेटल रोगों (आरएमडी) से पीड़ित लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की गई थी। विश्व गठिया दिवस प्रतिवर्ष 12 अक्टूबर को मनाया जाता है।
(नोट – यह समाचार चिकित्सकीय परामर्श नहीं है, यह आम जनता में जागरुकता के उद्देश्य से किए गए अध्ययन का सार है। आप इसके आधार पर कोई निर्णय नहीं ले सकते, चिकित्सक से परामर्श करें।)
हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें ।