Hastakshep.com-देश-Faisal Khan-faisal-khan-Gaurav Singh-gaurav-singh-Gurumurthy M. and Mahendra Yadav said-gurumurthy-m-and-mahendra-yadav-said-Lubna Sarvath-lubna-sarvath-Rajiv Yadav-rajiv-yadav-Sandeep Pandey-sandeep-pandey-Yugal Kishore Sharan Shastri-yugal-kishore-sharan-shastri-पुनः मतदान-punh-mtdaan-मतदान पत्र-mtdaan-ptr

नई दिल्ली, लोक राजनीति मंच (LOK RAJNITI MANCH) से जुड़े देश के जाने माने सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मायावती के पुनः मतदान पत्र से चुनाव कराए जाने की मांग का समर्थन किया है।

आज यहां जारी एक वक्तव्य में संदीप पाण्डेय, राजीव यादव, गौरव सिंह,  युगल किशोर शरण शास्त्री,  फैसल खान, लुबना सरवथ,  गुरुमूर्ति एम., और महेन्द्र यादव ने कहा, कि हाल ही में सम्पन्न लोक सभा चुनाव में जिस तरह के अप्रत्याशित एक तरफा परिणाम भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में आए हैं वह चुनावी प्रक्रिया पर संदेह खड़ा करने वाला है। ऐसा प्रतीत होता है कि लोकतंत्र के सभी संस्थानों को अपने बस में करके भाजपा ने मनचाहा परिणाम प्राप्त किया है।

सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि भारत के लोगों का लोकतंत्र में विश्वास बनाए रखने के लिए वी.वी.पी.ए.टी. से पहले सौ प्रतिशत ई.वी.एम. पर हुए मतदान की पुष्टि कराई जाए। यदि बड़े पैमाने पर कोई अनियमितता पाई जाती है तो बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा बहन मायावती की मांग के अनुसार पूरा चुनाव मतदान पत्र के माध्यम से कराया जाए।

इसके बाद चुनाव सुधार की दृष्टि से वर्तमान में चुनावी बांड के माध्यम से राजनीतिक दलों को चंदा देने की व्यवस्था में पूरी पारदर्शिता स्थापित की जाए, विदेशी कम्पनियों पर चंदा देने से रोक लगाई जाए व कम्पनियों के पिछले तीन वर्षों के 7.5 प्रतिशत मुनाफे तक ही चंदा दे सकने की सीमा को बहाल किया जाए। जिस तरह उम्मीदवारों के प्रचार खर्च पर सीमा तय है उसी तरह राजनीतिक दलों के प्रचार खर्च पर भी सीमा तय हो और खर्च जोड़ने की अवधि पांच वर्ष की मानी जाए न कि सिर्फ चुनाव के पहले के 15 दिन। खर्च की सीमा भी एक साधारण उम्मीदवार को ध्यान में रख

कर तय की जाए न कि बड़े दलों को।

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