लखनऊ, 14 जुलाई 2024, पूरे लखनऊ में योगी सरकार द्वारा आम नागरिकों से जमीन छीनने के लिए चलाए जा रहे बुलडोजर राज के खिलाफ जमीन बचाओ सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस आंदोलन में सरकार से कुकरैल रिवर फ्रंट को योजना को रद्द करने, अबरार नगर, पंतनगर, रहीम नगर, खुर्रम नगर, इंद्रप्रस्थ कॉलोनी और स्कॉर्पियो क्लब जैसी बस्तियों में कराई गई मनमानी पैमाइश को खारिज करने, इन क्षेत्रों को उजाड़ने की कार्रवाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने, अकबरनगर के विस्थापित लोगों के सम्मानजनक जीवन की गारंटी करने, नजूल संपत्ति अध्यादेश 2024 को वापस लेने, मलिन बस्तियों को उजाड़ने के आदेश को रद्द करने और राजनीतिक प्रतिनिधियों व प्रशासन की वार्ता कमेटी का गठन करने जैसे मुद्दों को मजबूती से उठाया जाएगा। हजारों पर्चे लखनऊ के कोने-कोने में वितरित किए जाएंगे, लोगों की बैठकें की जाएगी और प्रशासन से भी इन सवालों पर संवाद किया जाएगा।
सम्मेलन में कहा गया कि योगी सरकार रियल स्टेट कारोबारी के हितों को पूरा करने के लिए एजेंट बनी हुई है। सरकार और प्रशासन के लोग वैध खसरा खतौनी, रजिस्ट्री के कागजात होने के बावजूद निवासियों को अवैध अतिक्रमणकारी बताने में लगs हैं। पूरे लखनऊ में भय व आतंक का माहौल बनाया जा रहा है, जो लोकतंत्र के लिए शुभ नहीं है। सरकार को अपने इस दमन अभियान से पीछे हटना चाहिए और आम आदमी की पीड़ा को समझते हुए समस्याओं का लोकतांत्रिक समाधान करना चाहिए।
सम्मेलन की अध्यक्षता समाजवादी पार्टी की पूर्व मेयर की प्रत्याशी वंदना मिश्रा ने की और संचालन संघर्ष समिति के संयोजक राकेश मणि पांडे ने किया। सम्मेलन को लखनऊ
The government has become the agent of real estate businessmen