उच्च रक्तचाप : कारण, लक्षण व बचाव | Hypertension: cause, symptom and defenses
हाइपरटेंशन, जिसे उच्च रक्तचाप भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त वाहिकाओं पर लगातार दबाव बढ़ता है जिससे तनाव में वृद्धि होती है।
How to prevent high blood pressure
विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक दस्तावेज के मुताबिक रक्तचाप जितना अधिक होगा, मस्तिष्क और गुर्दे जैसे प्रमुख अंगों में दिल और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाने का जोखिम उतना ही अधिक होगा। हाइपरटेंशन दुनिया भर में हृदय रोग और स्ट्रोक का सबसे महत्वपूर्ण कारण है।
Loss from High blood pressure
अगर इसे अनियंत्रित छोड़ दिया जाता है, तो उच्च रक्तचाप दिल का दौरा, दिल का विस्तार और अंततः दिल की विफलता (हार्ट फेल्योर) का कारण बन सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक दस्तावेज के मुताबिक उच्च रक्तचाप से रक्त वाहिकाओं में एन्यूरिज्म विकसित हो सकता है और कमजोर धब्बे विकसित हो सकते हैं जिनके फटने की आशंका हो सकती है। रक्त वाहिकाओं में अधिक दबाव से मस्तिष्क में रक्त बह सकता है और स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
उच्च रक्तचाप गुर्दे की विफलता (किडनी फेल्योर-kidney failure), अंधापन (blindness) और संज्ञानात्मक हानि (blindness) का कारण बन सकता है।
दुनिया भर में पांच में से एक वयस्क में रक्तचाप बढ़ा होता है - यह एक ऐसी स्थिति है जो स्ट्रोक और हृदय रोग से सभी मौतों के आधे हिस्से का कारण बनती है। हर साल दुनिया भर में 9.4 मिलियन मौतों के लिए उच्च रक्तचाप की जटिलताएं जिम्मेदार हैं।
Measures to avoid hypertension
उच्च रक्तचाप और इसके प्रतिकूल परिणामों बचने के लिए हर कोई निम्न पांच ठोस कदम उठा सकता है, जिनकी अनुशंसा विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक दस्तावेज में की गई है।
स्वस्थ आहार:
शिशुओं और युवा लोगों के लिए उचित पोषण पर जोर
प्रति दिन नमक के 5 ग्राम से कम नमक का सेवन कम करना (केवल एक चम्मच के नीचे);
संतृप्त और कुल वसा का सेवन कम करें;
अल्कोहल के हानिकारक उपयोग से बचने के लिए दिन में एक से अधिक मानक पेय का सेवन न करें
शारीरिक गतिविधि:
नियमित शारीरिक गतिविधि और बच्चों और युवाओं के लिए शारीरिक गतिविधि का प्रचार (दिन में कम से कम 30 मिनट)।
अतिरिक्त 5 किलो वजन कम करके सिस्टोलिक रक्तचाप को 2 से 10 अंक तक कम कर सकते हैं।
तम्बाकू उत्पादों का सेवन बंद करें और तम्बाकू उत्पादों के संपर्क में न आएं;
स्वस्थ तरीके से तनाव का प्रबंधन जैसे ध्यान, उचित शारीरिक व्यायाम और सकारात्मक सामाजिक संपर्क के माध्यम से।
( नोट - यह समाचार किसी भी हालत में चिकित्सकीय परामर्श नहीं है। यह समाचारों में उपलब्ध सामग्री के अध्ययन के आधार पर जागरूकता के उद्देश्य से तैयार की गई रिपोर्ट मात्र है। आप इस समाचार के आधार पर कोई निर्णय कतई नहीं ले सकते। स्वयं डॉक्टर न बनें किसी योग्य चिकित्सक से सलाह लें।)
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