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नई दिल्ली। भारत में अंग्रेजों के दलाल आज स्वतंत्रता संग्राम के महानायक टीपू सुल्तान की छवि खराब करने का दुष्कर्म कर रहे हैं। दरअसल ऐसा करते समय उनके पूर्वजों के पाप बोल रहे हैं। टीपू सुल्तान की छवि खराब करने का दुष्कर्म करने वाली हिटलर और मुसोलिनी की इन भारतीय संतानों का इतिहास आज़ादी की लड़ाई के दौरान अंग्रेजों की चापलूसी करने और क्रांतिकारियों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का विरोध करने का रहा है।
बता दें कि इंग्लैंड के नेशनल आर्मी म्यूज़ियम ने ब्रिटिश सल्तनत के 20 अन्तर्राष्ट्रीय विरोधी सैन्य कमाण्डरों की सूची बनाकर वोटिंग की थी, जो अभी भी नेशनल आर्मी म्यूज़ियम की वेब साइट पर Who Was the Greatest Commander to Face the British? शीर्षक से मौजूद है। इस सूची में भारत से झाँसी की रानी और टीपू सुल्तान के नाम शामिल हैं।
इन बीस सैन्य कमाण्डरों में अकबर खान, एन्ड्रयू जैक्सन, एडुअर्ड टोतलेबेन, ईर्विन रोमेल, जॉर्ज वाशिंगटन, जेम्स फिट्जमेस, ड्यूक ऑफ बर्विक, लुइस बोथा, मौरिस द साक्स, मिखाइल कॉलिन्स, मुस्तफा कमाल अतातुर्क, नेपोलियन बोनापार्ट, नशिंगवायो कामाहोले, ओसमान दिग्ना, पॉल वॉन लेट्टो-वॉरबेक, झाँसी की रानी, रिव्हा टिटोकोवारू, सैन्टिएगो द लिनियर्स, टीपू सुल्तान व तोमोयुकी यामाशिता (Akbar Khan, Andrew Jackson, Eduard Totleben, Erwin Rommel, George Washington, James Fitzjames, Duke of Berwick, Louis Botha, Maurice de Saxe, Michael Collins, Mustafa Kemal Atatürk, Napoleon Bonaparte, Ntshingwayo kaMahole, Osman Digna, Paul von Hindenburg, Paul von Lettow-Vorbeck, Rani of Jhansi, Riwha Titokowaru, Santiago de Liniers, Tipu Sultan, Tomoyuki Yamashita) शामिल हैं।
इस वोटिंग के अनुसार 14 अप्रैल 2012 को संपन्न परिणाम के अनुसार जॉर्ज वाशिंगटन को ब्रिटेन का सबसे बड़ा शत्रु कमाण्डर घोषित किया गया है।
वेब साइट के अनुसार, “The vote taken at the end of our speaker event on Saturday 14 April 2012 decided George Washington as Britain's Greatest Enemy Commander. The final vote count was:
Washington (30 votes); Collins (14); Bonaparte

(12); Rommel (7); Atatürk (4)”
टीपू सुल्तान का परिचय म्यूजियम की साइट पर http://www.nam.ac.uk/exhibitions/online-exhibitions/enemy-commanders-britains-greatest-foes/tipu-sultan लिंक पर इस तरह दिया गया है-

Tipu Sultan
Dates: 1750-99

The ‘Tiger of Mysore’ was a renowned Indian war leader. A skilled tactician and innovator, Tipu embraced western methods to ensure that his forces could overwhelm his Indian rivals and match the British forces sent against him.
वरिष्ठ पत्रकार दिलीप सी मंडल ने इन शब्दों में अपनी प्रतिक्रिया दी है –

जिस ब्रिटिश साम्राज्य का सूरज कभी नहीं डूबता था, उसके सरकारी आर्मी म्यूज़ियम ने एक लिस्ट बनाई है, उन विरोधी सेनापतियों की, जो ब्रिटिश साम्राज्य के लिए सबसे बडा ख़तरा बने। इस लिस्ट में टीपू सुल्तान शामिल हैं। इस लिस्ट में नेपोलियन और जॉर्ज वाशिंगटन भी हैं। भारत से सिर्फ दो नाम हैं। दूसरा नाम झाँसी की रानी का है।
संघी लोग हनुमान चालीसा के अलावा कुछ पढ़ते नहीं है, वरना मैं उन्हें ब्रिटिश आर्मी म्यूज़ियम का यह लिंक पढने को कहता।
एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि जब टीपू अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध में जुटा था, तब पेशवा, तंजौर के राजा और त्रावणकोर नरेश ब्रिटिश के साथ संधि कर चुके थे। टीपू इन राजाओं के खिलाफ भी लड़ा। अब इसका क्या किया जा सकता है कि ये राजा हिंदू थे। टीपू हैदराबाद के निज़ाम के खिलाफ भी लड़ा जो मुसलमान था। स्कूल की किताबों में तीसरा मैसूर युद्ध देखिए। इसमें टीपू के खिलाफ अंग्रेजों, पेशवा और निज़ाम की संयुक्त फ़ौज लड़ी थी।
यह हिंदू बनाम मुसलमान का मामला ही नहीं है। शर्म की बात है कि संघियों की बेवक़ूफ़ियों की वजह से वह शानदार विरासत आज विवादों में है।