लखनऊ, 21 दिसंबर। भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने आगरा में गुंडों द्वारा छात्रा को सरेआम पेट्रोल डालकर जिन्दा जलाने की घटना पर आक्रोश व क्षोभ व्यक्त करते हुए योगी सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है.
पार्टी ने कहा कि घटना जहां मुख्यमंत्री के कानून व्यवस्था के दावों की पोल खोलती है, वहीँ प्रदेश में महिलाओं, खासकर दलित महिलाओं पर यौन हमले व हिंसा की बढ़ती घटनाओं को भी रेखांकित करती है.
माले राज्य सचिव सुधाकर यादव ने यहाँ जारी एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री योगी के राज में कमजोर वर्गों - महिलाओं, दलितों और अल्पसंख्यकों - पर चौतरफा हमले बढ़े हैं. दुराचार व सामूहिक बलात्कार की घटनायें खूब हो रही हैं. आगरा की दलित बेटी संजलि जाटव को पेट्रोल डालकर जलाने से हुई मौत के अलावा जिले की एक अन्य घटना में बीटेक की छात्रा से सामूहिक दुराचार किया गया. संजलि को जलाने की घटना तब हुई, जब जिले में डीजीपी भी मौजूद थे. इससे पता चलता है कि योगी सरकार में अपराधी कितने बेख़ौफ़ हैं. उधर गोंडा के खरगुपुर थानाक्षेत्र में एक ही घर की दो महिलाओं के साथ गुंडों ने कार से अगवा कर गैंगरेप किया. इसके पहले योगी सरकार में सहारनपुर, हापुड़ से लेकर बुलंदशहर तक की घटनाओं में दलितों-अल्पसंख्यकों को हमले का निशाना बनाया गया.
माले नेता ने कहा कि सरकार जब कमजोर वर्गों की सुरक्षा नहीं कर पा रही है, तो मुख्यमंत्री संगठित अपराध पर अंकुश लगाने का फर्जी दावा कर रहे हैं. जबकि हकीकत में न तो संगठित अपराध रुके हैं, न ही आम आदमी की सुरक्षा की गारंटी हुई है. लखनऊ में एपल मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या, बुलंदशहर में इंस्पेक्टर सुजीत कुमार की हत्या, आगरा में दलित छात्रा की जला कर हत्या जैसी घटनायें इस
माले राज्य सचिव ने दलित छात्रा की मौत समेत आगरा की दोनों घटनाओं में दोषियों की अविलम्ब गिरफ़्तारी और कड़ी सजा देने की मांग की.
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