गोवा में सबसे बड़े दल कांग्रेस को सरकार बनाने का न्यौता देने की बजाय भाजपा को सरकार बनाने का मौका देने के विरोध में कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तथा राजद के सदस्यों ने लोकसंभा में हंगामा किया...
नई दिल्ली, 14 मार्च। गोवा में सबसे बड़े दल को सरकार बनाने का न्यौता देने की बजाय भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने का मौका देने के विरोध में कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तथा राष्ट्रीय जनता दल के सदस्यों ने आज लोकसभा में हंगामा किया और सदन से बहिर्गमन किया।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने हाल में हुए गोवा विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी कांग्रेस को सरकार का गठन करने का अवसर देने की बजाए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में राज्य में सरकार का गठन किए जाने का विरोध किया।
श्री खड़गे ने गोवा के घटनाक्रम को गलत बताया और कहा कि यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।
खड़गे के साथ ही कांग्रेस, राजद तथा राकपां के सदस्यों ने इस मुद्दे को लेकर अपनी सीट पर खड़े होकर कड़ा विरोध किया। कई सदस्यों ने इस मामले में सरकार पर तीखी टिप्पणियां भी कीं, लेकिन अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उनकी एक नहीं सुनी और प्रश्नकाल का संचालन करती रहीं।
बात नहीं सुने जाने पर तीनों दलों के सदस्यों ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद बहिर्गमन कर दिया।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने इस मसले को लेकर माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर मोर्चा खोला। उन्होंने कई ट्वीट किए।
We have been requesting Hon Governor Goa for appointment since 12th night but were not given.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 14, 2017
Now today we sought appointment for 1030 but she has given us time for 1330.
— digvijaya singh
She didn't even meet the single largest party elected by people of Goa before calling Parrikar to take oath. Is it justice ?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 14, 2017
Is it Constitutional? Doesn't it violate the Sarkaria Commission guidelines ? Is it Moral ?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 14, 2017