नई दिल्ली, 27 सितंबर 2019. इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी (Dr. Hasan Rouhani, President of the Islamic Republic of Iran) ने पश्चिमी देशों से कहा कि यमन संकट समाप्त करने और क्षेत्र में शांति की स्थापना के लिए वह सऊदी अरब (Saudi Arabia) और अमीरात को हथियारों का निर्यात (Arms export) बंद करें।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में आई ख़बरों के मुताबिक न्यूयार्क में एक संवाददाता सम्मेलन में डॉक्टर हसन रूहानी ने पश्चिमी देशों से कहा कि सऊदी अरब (Saudi Arabia) और अमीरात को हथियारों का निर्यात बंद करना क्षेत्र में शांति बहाली की शर्त है।
सऊदी अरब की आरामको तेल कंपनी के प्रतिष्ठानों पर हुए हमले के बारे में डॉक्टर रूहानी ने कहा कि इस हमले से ईरान का दूर-दूर का कोई संबंध नहीं है।
पत्रकारों की ओर से इस संदर्भ में सुबूत के बारे में सवाल किए जाने पर डाक्टर रूहानी का कहना था कि सुबूत तो उन्हें पेश करना चाहिए जो आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यमन की सेना और स्वयंसेवी फ़ोर्स के पास मिसाइल मौजूद हैं और वह हमले करने में सक्षम हैं अतः वह इससे पहले भी हमले कर चुके हैं।
डाक्टर रूहानी ने कहा कि क्षेत्र में संकट का समाधान कूटनैतिक प्रयासों के मार्गों से ही होना चाहिए।
अमरीका से वार्ता के बारे में डाक्टर रूहानी ने जोर देकर कहा कि वाशिंग्टन को ईरान पर अधिकतम दबाव डालने की अपनी नीति छोड़नी पड़ेगी और ईरान पर लगे प्रतिबंध हटाने पड़ेंगे तभी कोई वार्ता हो सकेगी।
यूरोपीय देशों की ओर संकेत करते हुए राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि इन देशों ने परमाणु समझौता बचाए रखने के लिए ईरान के साथ व्यापार का मेकैनिज़्म बनाया, लेकिन जब उस पर अमल करने की बात आई तो पता चला कि यूरोपीय देशों को या तो इसमें कोई दिलचस्पी ही नहीं है या फिर इस मेकैनिज़्म को व्यावहारिक बनाना
श्री रूहानी ने कहा कि यूरोपीय समाधान की बात तो की गई लेकिन यह साफ़ है कि यूरोप को अमरीका की सहमति की ज़रूरत है।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेम्बली में अपने खिताब में इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉक्टर रूहानी ने कहा था कि हम बाहरी लोगों के हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करते हैं। हम अपनी सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता के किसी भी संक्रमण या उल्लंघन का निर्णायक जवाब देंगे। फिर भी हम फारस की खाड़ी (Persian Gulf) और होरमुज़ (Hormuz) क्षेत्र में समान हितों वाले राष्ट्रों के बीच एक मजबूत एकीकरण चाहते हैं।
If western countries want peace, stop selling weapons to Saudi Arabia and Emirates - Iran