नई दिल्ली, 08 अक्तूबर 2019. सर्वोच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश जस्टिस मार्कंडेय काटजू (Justice Markandey Katju, retired judge of the Supreme Court) ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक को आधुनिक नीरो की संज्ञा देते हुए कश्मीरी अवाम से अपील की है कि वे सामाजिक रूप से श्री मलिक, और उनके सलाहकारों का बहिष्कार करें और किसी भी समारोह में शामिल न हों जहां वे मौजूद हों।
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जस्टिस काटजू ने अपने सत्यापित फेसबुक पेज पर "Appeal to my Kashmiri brothers and sisters" शीर्षक से अंग्रेजी में लिखी अपनी पोस्ट में कहा कि जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, जो आधुनिक नीरो हैं, ने घोषणा की है कि पर्यटकों को कश्मीर घाटी छोड़ने के लिए गृह विभाग की एडवाइजरी को आगामी 10 अक्तूबर से उठाया जा रहा है। लेकिन इंटरनेट, मोबाइल आदि पर प्रतिबंध और कई स्थानों पर कर्फ्यू और अन्य प्रतिबंध जारी हैं।
उन्होंने कहा कि मोटे कैप्रोइगाइम की यह नवीनतम नौटंकी जले पर नमक छिड़कती है। उन्होंने लिखा,
“मैं अब अपने सभी कश्मीरी भाइयों और बहनों से अपील करता हूं कि वे 10 अक्तूबर से निम्न कार्य करें, लेकिन हिंसा के किसी भी कार्य को किए बिना :
हालाँकि जस्टिस काटजू की इस अपील का कश्मीरियों तक पहुंचना फिलहाल संभव नहीं है, क्योंकि प्राप्त जानकारी के मुताबिक कश्मीर में अभी तक समाचारपत्रों का प्रकाशन
What does caporegime mean?
विकिपीडिया पर मौजूद जानकारी के मुताबिक कैप्रोइगाइम या कैपेओडाइना, एक ऐसा शब्द है जिसका इस्तेमाल माफिया में एक उच्च श्रेणी के एक अपराध परिवार के सदस्य के लिए किया जाता है, जो लड़ाकों के "चालक दल" ("crew" of soldiers,) का प्रमुख होता है और संगठन में प्रमुख सामाजिक हैसियत और प्रभाव रखता है।
कौन हैं मार्कंडेय काटजू?
अपने ऐतिहासिक फैसलों के लिए प्रसिद्ध रहे जस्टिस मार्कंडेय काटजू 2011 में सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए उसके बाद वह प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन रहे। आजकल वह अमेरिका प्रवास पर कैलीफोर्निया में समय व्यतीत कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय हैं और भारत की समस्याओं पर खुलकर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं।
Justice Katju appealed to Kashmiris to boycott 'modern Nero' Satyapal Malik