ग्राम पंचायत बासीन ब्लॉक फिंगेश्वर तहसील राजिम जिला गरियाबंद मे भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि जन संपर्क में आए जिनका ग्रामीणों ने बहिष्कार कर दिया

राजिम (छत्तीसगढ़ )। ग्राम पंचायत बासीन ब्लॉक फिंगेश्वर तहसील राजिम जिला गरियाबंद मे भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि जन संपर्क में आए जिनका ग्रामीणों ने बहिष्कार कर दिया। जनसंपर्क को बहिष्कार करते हुए ग्रामीणों में काफी आक्रोश दिखा। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि और गांव की जनता के बीच विवाद के साथ हाथापाई व झूमाझटकी देखने को मिला 14 साल से झेल रही सरकार का गुस्सा ग्रामीणों में काफी आक्रोश तथा गुस्से के साथ आज भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधियों पर उतारा गया।


style="display:block; text-align:center;"
data-ad-layout="in-article"
data-ad-format="fluid"
data-ad-client="ca-pub-9090898270319268″
data-ad-slot="8763864077″>

जब ग्रामीणों से पूछा गया कि यह बात किस लिए तो उन्होंने कहा सरकार ने किसानों को समर्थन मूल्य देने की बात कही, बोनस देने की बात कही, रोजगार की बात कहीं, लेकिन दफ्तरों में जाओ, ऑफिस में जाओ तो बिना रिश्वत काम नहीं करते। अधिकारी सरकार द्वारा किसानों का रबी फसल काट दिए गए। वृद्धा पेंशन ना मिलना मनरेगा में किए कार्य का भुगतान राशि ना होना। सरकार द्वारा लगातार जुमलेबाजी करना। जनता को बेवकूफ बनाना। अरबपतियों का कर्ज माफ करना और किसानों का कर्ज माफ नहीं करना। सरकार द्वारा स्वयं शराब बेच कर लोगों को शराब का आदी करवाना। सबसे बड़ी बात बसीन भट्टी को बंद करवाने की बात करके वह लोग भट्टी को रोड से नहीं हटा पाई बरभाठा बोरसी और बासीन इन तीनों गांव द्वारा भट्टियां हटाओ आंदोलन लगभग 25 दिनों से किया इस बीच भारतीय जनता पार्टी की कोई भी प्रतिनिधि जनता की सुध लेने नहीं पहुंचे और आज चुनाव आने में 6 महीने बचा तब ढकोसला के रूप में जनसंपर्क के रूप में आए।

ग्रामीणों से पूछा गया कि लोक सुराज और जनसंपर्क होना चाहिए या नहीं तो उन्होंने बताया यह सब ढकोसला है इसमें कुछ नहीं होता मांग शिकायतें की लिस्ट पूरा लेकर वह लोग सब भूल जाते या आग लगा दी जाती हैं और चुनाव नजदीक हो तो वोट लेने के लिए ढकोसला और दिखावा करते हैं संपर्क लोक सुराज ऐसा जानकारी ग्रामीणों द्वारा पूछने पर मिला इसी बीच बासीन के ग्रामवासी सब मिलकर आवास योजना का मुद्दा उठाया जो अब भी बसीन के कई ऐसे गरीब व्यक्ति है

जिसको नहीं मिला अत: उनका नाम लिस्ट में आने के बावजूद भी काट दिया गया इस बात को लेकर इसका जवाब ग्रामीणों ने भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधि से मंगा जवाब नहीं मिलने पर व सभी मुद्दों को लेकर काफी संख्या में सभी ग्रामीण जनप्रतिनिधियों को घेर लिया इसको देखते हुए गांव के सरपंच ने ग्रामीणों को समझाने का कोशिश किया लेकिन ग्रामीण बहुत ही आक्रोश और गुस्से में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ थे और गाली गलौज के साथ झूमाझटकी भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों के बीच हुए।

यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करें