भारत के राष्‍ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने अपनी अफ्रीका यात्रा को अफ्रीका की ओर से भारत की भव्‍य कूटनीति का हिस्‍सा बताया है।
श्री मुखर्जी ने 15 जून, 2016 को अबिदजान, कोटे डी आइवर में सेन्‍टर फॉर परमोटिंग इनवेस्‍टमेंट्स इनटू कोटे डी आइवर और कॉनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्‍ट्री द्वारा आयोजित एक व्‍यापार मंच को संबोधित किया। बता दें कि उपराष्‍ट्रपति डॉ.हामिद अंसारी ने हाल ही में मोरक्‍को और ट्यूनेशिया की यात्रा की थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्‍द ही अफ्रीका के कुछ अन्‍य देशों की यात्रा करेंगे।
राष्‍ट्रपति ने याद दिलाया कि पिछले साल नई दिल्‍ली में हुए तीसरे भारत-अफ्रीका शिखर सम्‍मेलन में भारत ने अफ्रीकी देशों को पांच साल की अवधि के लिए 10 बिलियन अमरीकी डॉलर की रियायती ऋण देने की घोषणा की थी। भारत के प्रधानमंत्री ने विभिन्‍न देशों विशेषकर विकासशील देशों से नये क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया और स्किल इंडिया जैसे उपाय शुरू किये हैं।

राष्‍ट्रपति ने कहा कि भारत और कोटे डी आइवर मित्रता, सहयोग और निवेश के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। एक्सिम बैंक का एक क्षेत्रीय कार्यालय अबिदजान में खुला है, जोकि इस प्रक्रिया को बढ़ावा देगा।
इस व्‍यापार मंच के कार्यक्रम में दो समझौतों पर भी हस्‍ताक्षर हुये। पहला समझौता सीआईआई और सीईपीआईसीआई के बीच दोनों देशों के व्‍यापार मंडल के सहयोग में बढ़ावा देने के लिए किया गया। दूसरा समझौता भारत की निजी कंपनी टाटा तथा कोटे डी आइबर के सूत्रा कंपनी के बीच हुआ, जिसमें वहां के परिवहन को मजबूती प्रदान करने के लिए टाटा द्वारा निर्मित 500 बसों का आयात किया जाएगा।