अब तक की बड़ी ख़बरें | लेटेस्ट अपडेट 27 जुलाई 2023
देश | राजनीति | दुनिया 27 जुलाई 2023 की बड़ी ख़बरें और ताज़ा अपडेट | ताजा समाचार जानें 27 जुलाई 2023 के ताज़ा समाचार और बड़ी ख़बरें। इस अपडेट में शामिल हैं विश्व घटनाएं, राजनीतिक मोर्चे, व्यापार और अर्थव्यवस्था, खेल, मनोरंजन

27 जुलाई की अब तक की बड़ी खबरें
जानें 27 जुलाई 2023 के ताज़ा समाचार और बड़ी ख़बरें। इस अपडेट में शामिल हैं विश्व घटनाएं, राजनीतिक मोर्चे, व्यापार और अर्थव्यवस्था, खेल, मनोरंजन, विज्ञान और प्रोधोगिकी की नवीनतम प्रगतियाँ और अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं। आपको देशी और अंतरराष्ट्रीय मामलों से रुबरु कराएगा यह समाचार समयसीमा के सभी महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूक रखेगा। जुड़े रहें और दुनिया के सबसे बड़े समाचारों से अपडेट रहें।
लोक सभा की कार्यवाही मणिपुर पर हंगामे के कारण 2 बजे तक स्थगित
मणिपुर पर संसद में प्रधानमंत्री के बयान की मांग कर रहे विरोधी दलों के सांसद आज विरोध जताने काले कपड़े एवं काली पट्टी बांध कर लोक सभा के अंदर पहुंचे।
सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होती ही प्लेकार्ड लहराते हुए विपक्षी सांसद वेल में आकर नारेबाजी करने लगे।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा वेल में आकर स्पीकर बिरला से गुस्से में कुछ कहती नजर आईं, वहीं प्रश्नकाल के दौरान सांसद के प्रश्न का जवाब देते हुए नितिन गडकरी के सामने भी कई विपक्षी सांसद प्लेकार्ड लहराते नजर आए।
लोक सभा स्पीकर ने इस व्यवहार पर कड़ी नाराजगी जताते हुए लोक सभा की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया;
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती @anandibenpatel ने कल 26 जुलाई को प्रधानमंत्री @narendramodi से मुलाकात की।
Governor of Uttar Pradesh, Smt. @anandibenpatel, called on PM @narendramodi yesterday, on 26th July. pic.twitter.com/9Xke5brTvM
— PMO India (@PMOIndia) July 27, 2023
स्मृति ईरानी पर सुप्रिया श्रीनेत का पलटवार
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सदन में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के व्यवहार पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया-
“स्मृति ईरानी ड्रामा और नक़ली आक्रोश बंद कीजिए. संसद में गला फाड़ने से गुनाहों की सज़ा कम नहीं होगी
•आप 78 दिन तक मणिपुर पर ख़ामोश रहीं
•एक शब्द हाथरस, लखीमपुर, शाहजहाँपुर, अंकिता भंडारी पर नहीं बोला
•एक बार महिला पहलवानों के लिए नहीं बोलीं
@smritiirani आपके इस फ़र्ज़ी ड्रामे और आक्रोश के लिए आज इस घायल देश के पास वक़्त नहीं है।“
स्मृति ईरानी ड्रामा और नक़ली आक्रोश बंद कीजिए. संसद में गला फाड़ने से गुनाहों की सज़ा कम नहीं होगी
•आप 78 दिन तक मणिपुर पर ख़ामोश रहीं
•एक शब्द हाथरस, लखीमपुर, शाहजहाँपुर, अंकिता भंडारी पर नहीं बोला
•एक बार महिला पहलवानों के लिए नहीं बोलीं
@smritiirani आपके इस फ़र्ज़ी… pic.twitter.com/jvo6xlbnJF— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) July 27, 2023
काले कपड़ों से घबराई सरकार
भारत सरकार वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले और खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल सदन में विपक्षी सांसदों के काले कपड़े पहनकर आने पर क्रोधित होगए। उन्होंने कहा कि सदन में काले कपड़े पहनने वाले ये लोग, देश की बढ़ती ताकत को समझ नहीं पा रहे हैं।
सदन में काले कपड़े पहनने वाले ये लोग,
देश की बढ़ती ताकत को समझ नहीं पा रहे हैं। pic.twitter.com/WohWAJHMC8— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 27, 2023
मणिपुर का जलना देश के लिए काला अध्याय है- खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मणिपुर पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरते हुए कहा है कि मणिपुर का जलना देश के लिए काला अध्याय है।
उन्होंने ट्वीट किया-
“जिस सरकार ने पिछले 85 दिनों से मणिपुर के रोते-बिलखते लोगों की सुध नहीं ली वो सरकार इंसानियत पर कलंक है।
संसद का सत्र चल रहा है और प्रधानमंत्री पटल पर बोलने के बजाय घूम-घूम कर भाषण कर रहे हैं, ये लोकतंत्र को कलंकित कर रहा है।
विपक्षी दलों को अनाप-शनाप कहने से मोदी सरकार के कुकर्मों की कालिख़ मिट नहीं सकती।
दलित, आदिवासियों और पिछड़ों की विरोधी वाली मानसिकता ही काले कपड़ों का मखौल उड़ा सकती है, पर हमारे लिए काला रंग, विरोध और शक्ति का प्रतीक है। काला रंग न्याय का प्रतीक है और गरिमा का प्रतीक है। मणिपुर की जनता न्याय, शान्ति और सम्मान की हक़दार है।
मणिपुर के जीवन को काले अंधकार में डुबो कर, तानाशाही रवैया अपनाकर, मुद्दे से ध्यान भटकाकर - भाजपा अपनी जवाबदेही से भाग नहीं सकती।
संसद के इतिहास में इससे गहन अंधकार काल नहीं आया।“
मणिपुर का जलना देश के लिए काला अध्याय है।
जिस सरकार ने पिछले 85 दिनों से मणिपुर के रोते-बिलखते लोगों की सुध नहीं ली वो सरकार इंसानियत पर कलंक है।
संसद का सत्र चल रहा है और प्रधानमंत्री पटल पर बोलने के बजाय घूम-घूम कर भाषण कर रहे हैं, ये लोकतंत्र को कलंकित कर रहा है।… pic.twitter.com/s2t3RMq9LJ
— Mallikarjun Kharge (@kharge) July 27, 2023


