नई दिल्ली 25 मार्च। चंदा बंद सत्याग्रह द्वारा शुरू की गई पहल के तहत, दिल्ली के AAP के कार्यकर्ताओं ने आप (AAP) बचाओ आंदोलन की हुंकार भरी है।

पूरी दिल्ली से पार्टी के कार्यकर्ता 26 मार्च (रविवार) को दिल्ली में दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित इन डी तिवारी हॉल में सभा करेंगे और इसके बाद एक प्रेस कांफ्रेन्स का आयोजन किया जायेगाI

हाल में निराशाजनक पंजाब और गोवा चुनाव परिणाम ने आम आदमी पार्टी के पुराने स्वयंसेवकों के बीच असंतोष की भावना पैदा कर दी है, जो पार्टी के मुख्य सिद्धांतों का मसौदा लागू होने का इंतजार कर रहे थे।

आगामी एमसीडी चुनाव के मद्देनजर, आप पार्टी बचाओ आंदोलन ने पार्टी के नेतृत्व से अपील की है कि वह वित्तीय पारदर्शिता को पुनर्स्थापित करें।

चंदा प्रतिबंध सत्याग्रह संयोजक डॉ. मुनीश रायजादा, दानदाताओं की सूची ऑनलाइन बनाने के लिए पार्टी से मांग कर रहे हैं। श्री रायजादा का कहना है कि पार्टी ने जून 2016 से अपने दाताओं की सूची छिपा दी है।

श्री रायजादा का कहना है कि दिल्ली में आगामी नगर निगम चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी ने नए चेहरे या अन्य पार्टियों के सदस्यों को टिकट आवंटित किया है। इससे मुख्य स्वयंसेवकों और पार्टी के उत्साही समर्थकों के बीच असंतोष पैदा हुआ है।

उन्होंने कहा कि पार्टी ने 'जीतने की योग्यता' के नाम पर पैराट्रूप्पर और नवागंतुकों को टिकट दिया है, लेकिन यह पैसे की बिकवाली और पैसे के आदान-प्रदान की संभावनाओ को इंगित करता है।

श्री रायजादा का कहना है कि अगर पार्टी ने अपने दान और खातों को पारदर्शी रखा होता, तो जनता को यह पता चल जाता कि किसने दान दिया है और किसे टिकट आवंटित किए हैं। इस प्रकार, सार्वजनिक और स्वयंसेवकों को पता चलता कि क्या पैसे को लेकर निज हितों के साथ खिलवाड़ हुआ या नहींI

इसके अलावा, स्वयंसेवकों ने उम्मीदवारों के चयन की नामांकन प्रक्रिया पर आरोप लगाया हैI रायजादा कहते हैं कि नामांकन प्रक्रिया नकली है और स्वराज के सिद्धांत के अनुरूप नहीं हैI

उनका पूछना है कि यह कैसे संभव है कि पार्टी पिछले 4 सालों से कड़ी मेहनत कर रहे कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर रही है। क्या पार्टी वार्ड स्तर पर (एमसीडी चुनावों के लिए) भी नेतृत्व विकसित करने में विफल रही है?

श्री रायजादा का कहना है कि चूंकि पार्टी की आंतरिक लोकपाल व्यवस्था खत्म हो गई है, इसलिए स्वयंसेवकों की शिकायतों की सुनवाई के लिए कोई प्रामाणिक तंत्र नहीं है। पुराने और दृढ़ पार्टी कार्यकर्ता और स्वयंसेवकों ने अब बोलना शुरू कर दिया है कि भ्रष्ट पार्टी नेतृत्व ने स्वच्छ पैसे, स्वराज (आंतरिक पार्टी लोकतंत्र) और आंतरिक सतर्कता (आंतरिक लोकपाल) के अपने मुख्य सिद्धांतों को व्यवस्थित तरीके से खस्ता हाल कर दिया है।

श्री रायजादा का कहना है कि आप बचाओ आंदोलन 'आप' (AAP) के मूल्यों को पुनर्स्थापित करने के लिए एक मंच है।