वोट फॉर इण्डिया, वोट फॉर भारत क्यों नहीं?
"रेप भारत में कम और इण्डिया में ज्यादा होते हैं"-भागवत जी अब क्या करें!
रिज़वान अहमद

भाजपा के पीएम पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी ने मुबंई में महागर्जना रैली की जिसमें उन्होंने वोट फॉर इण्डिया का नारा दिया।

वोट फॉर इण्डिया से नरेन्द्र मोदी का तात्पर्य क्या है, उसके लिए अटकले लगाई जा रही हैं। कोई तो इसे अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस को विदेशी पार्टी बताने का जरिया बता रहा है, तो कोई इस नारे को मोदी का अहंकार मान रहा है। ख़ैर जो भी हो मेरा मानना है कि कहना ही था तो नरेन्द्र मोदी को वोट फॉर इण्डिया के बजाय वोट फॉर भारत कहना चाहिए था।

क्योंकि 'इण्डिया' भौगोलिक अवधारणा को दर्शाता है, जबकि 'भारत' शब्द भौगोलिक क्षेत्र की अपेक्षा काफी अधिक चीजों का वर्णन करता है, इण्डिया पश्चिमी सभ्यता का दूसरा नाम है जबकि भारत एक प्राचीन संस्कृति है।

इण्डिया का सिद्धांत योग्यतम् का बचाये रखना है और भारत का सिद्धांत सबसे कमजोर सहित सभी के जीवन की रक्षा करना है। इण्डिया मुक़ाबले पर चलता हैं और भारत सहयोग पर चलता है, इण्डिया "मैं" पर चलता है और भारत "हम" पर चलता है। इण्डिया में सिद्धांत है "स्व हिताय स्व सुखाय" और भारत में सिद्धांत है "बहुजन हिताय बहुजन सुखाय"। इण्डिया में ज्ञान डिग्री से मिलता है और भारत में ज्ञान सेवा से मिलता है।

यह अंतर और भेद तो आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत भी मान चुके हैं, क्या आपको याद नहीं दिल्ली दुष्कर्म के अवसर पर उन्होंने भारत और इण्डिया को अलग करते हुये कहा था "रेप भारत में कम और इण्डिया में ज्यादा होते हैं"।

भारतीय प्राचीन संस्कृति को छोड़कर मोदी को पश्चिमी सभ्यता क्यों भाने लगी, वोट फॉर इण्डिया से उनका उद्देश्य अमेरिकी वीजा तो नहीं? या फिर वो पश्चिमी सभ्यता को विकास का नाम दे रहे हैं? तब तो यह उनका भ्रम होगा क्योंकि पश्चिमी सभ्यता विकास नहीं बल्कि प्राचीन संस्कृति का पतन है।

आज जबकि पूरे विश्व की नजर भारतीय प्राचीन संस्कृति पर है कि वो किसी के प्रभाव में नहीं आती। तभी तो उच्चतम न्यायालय समलैंगिकता को अवैध और वर्जित करार देता है। ऐसे में वोट फॉर इण्डिया कहकर नारा लगाना लज्जित करना और शर्मसार करना है। मैं ये नहीं कहता कि इण्डिया भारत का दूसरा नाम नहीं हैं मेरा तात्पर्य संस्कृति की रक्षा करना है क्योंकि ये नारा एक कट्टर छवि वाले की जुबान पर शोभा नहीं देता।

भारत और इण्डिया में फर्क और भेद करनेवाली एक कविता याद आ रही है इस कविता की हर पंक्ति से पहले ये मिला देना

क्या मैं इसलिए इण्डिया को वोट दूँ कि........और.........

बात समझ में आ जाएगी

उदाहरण के लिए

क्या मैं इसलिए इण्डिया को वोट दूँ कि

भारत में आदर है, प्रेम है, सत्कार है/ और इण्डिया में स्वार्थ हैं, नफरत है, दुत्कार है.

कविता

भारत में गॉंव है, गली है, चौबारा है/ इण्डिया में सिटी है, मॉल है, पंचतारा है।

भारत में घर है, चबूतरा है, दालान है/ इण्डिया में फ्लैट और मकान है।

भारत में काका है, बाबा है, दादा है, दादी है/ इण्डिया में अंकल आंटी की आबादी है।

भारत में खजूर है, जामुन है, आम है/ इण्डिया में मैगी, पिज्जा, माजा का नकली आम है।

भारत में मटके है, दोने है, पत्तल है/ इण्डिया में पोलिथीन, वाटर व आईन की बोटल है।

भारत में गाय है, भैंस है, कंडे है/ इण्डिया में सेहतनाशी चिकन बिरयानी अंडे हैं।

भारत में दूध है, दही है, लस्सी है/ इण्डिया में खतरनाक विस्की, कोक, पेप्सी है।

भारत में रसोई है, आँगन है, तुलसी है/ इण्डिया में रूम है, कमोड की कुर्सी है।

भारत में कथडी है, खटिया है, खर्राटे हैं/ इण्डिया में बेड है, डनलप है और करवटें हैं।

भारत में मंदिर है, मस्जिद है, पंडाल है/ इण्डिया में पब है, डिस्को है, हॉल है।

भारत में गीत है, संगीत है, रिदम है/ इण्डिया में डान्स है, पॉप है, आईटम है।

भारत में बुआ है, मौसी है, बहन है/ इण्डिया में सब के सब कजन है।

भारत में पीपल है, बरगद है, नीम है/ इण्डिया में वाल पर पूरे सीन है।

भारत में आदर है, प्रेम है, सत्कार है/ इण्डिया में स्वार्थ, नफरत है, दुत्कार है।

भारत में हजारों भाषा हैं, बोली है/ इण्डिया में एक अंग्रेजी एक बड़बोली है।

भारत सीधा है, सहज है, सरल है/ इण्डिया धूर्त है, चालाक है, कुटिल है।

भारत में संतोष है, सुख है, चैन है/ इण्डिया बदहवास, दुखी, बेचैन है।

क्योंकि

भारत को संतो ने, वीरों ने रचाया है/ इण्डिया को लालची, अंग्रेजों ने बसाया है।

अंत में वोट फॉर इण्डिया का नारा लगाने वालों से मैं एक प्रश्न पूछना चाहूँगा कि "भारत माता की जय" के बजाय "इण्डिया माता की जय" का उच्चारण करना पसंद करोगे?

नोट:- यह लेख संघ की विचारधारा पर ही आधारित है या तो संघ गलती पर है या मोदी का नारा गलत है। इस लेख से मेरा सहमत होना जरूरी नहीं।

रिज़वान अहमद, स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं। गोधरा (गुजरात) की सामाजिक संस्था तंजीमुलमुसलमीन के सदस्य हैं।